
अनुमति मिलने के पहले बीस दिनों से हो रही अवैध खुदाई उस पर अभी तक कार्यवाही नहीं ।
अमने पंचायत में बिना एनओसी के मुरूम खुदाई की अनुमति ।
दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 04.11.2020
करगीरोड कोटा – प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भुण्डा से टाडा तक लगभग पांच करोड़ की लागत से छह किमी लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है । लेकिन इस सड़क में लगने वाली मुरूम के लिए ठेका कंपनी जिंदल इंफ्रास्ट्रकचर को दो नवंबर तक खनिज विभाग ने अनुमति नहीं दी थी । लेकिन उससे पंद्रह बीस दिन पहले से ही ठेका कंपनी ने अमने और पिपरतराई पंचायत से सेैकडों ट्रिप मुरूम अवैध रूप से खोद कर सड़क निर्माण में लगा दिया था ।
मुरूम की अवैध खुदाई की खबर दबंग न्यूज लाईव ने अपने अंक में प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए करोड़ों के सड़क निर्माण में अवैध और चोरी की मुरूम को प्रकाशित किया था जिसके बाद ठेका कंपनी ने दो दिन खुदाई रोक दिया था । उस समय खनिज विभाग के अधिकारी का कहना था कि अनुमति नहीं दी गई है कैसे अवैध खुदाई हो सकती है । बाद में खनिज विभाग ने दो नवंबर को ठेका कंपनी को ग्राम पंचायत अमने में 31 अक्टूबर से 30 जनवरी 2021 तक खुदाई की अनुमति दे दी । इस खुदाई में ठेका कंपनी 12 घन मिटर में खुदाई कर सकती है और परिवहन के लिए एक गाड़ी को अनुमति दी गई जिसका नम्बर सीजी 10 एके 5616 है ।
लेकिन अनुमति मिलने के पहले ही ठेका कंपनी ने लगभग बीस दिन पहले से ही पोकलैण्ड से खुदाई शुरू कर दी थी और उसकी दो तीन गाड़ीया यहां दिन रात मुरूम का अवैध परिवहन कर रही थी । लेकिन खनिज विभाग को इससे कोई मतलब नहीं है । अनुमति देने के पहले यहां क्या क्या हुआ इसे देखने की जरूरत खनिज विभाग ने नहीं समझी । सहीं भी है खनिज विभाग यूं ही तो बदनाम नहीं है ।
अमने पंचायत के सरपंच का कहना है कि पंचायत से किसी भी प्रकार की सलाह और चर्चा विभाग ने नहीं की है ना ही पंचायत ने अपनी जमीन पर खुदाई कर लेने के संबंध में एनओसी दी है । विभाग ने जिस रकबे में खुदाई की अनुमति दी है खुदाई उस रकबे में नहीं दुसरे रकबे में हो रहा है ।
31 अक्टूबर से पहले सैकड़ों ट्रिप अवैध मुरूम खुदाई पर क्या कार्यवाही हुई ? अनुमति मिलने के बाद क्या वाकई में उसी रकबे में उन्हीं शर्तो के अधीन खुदाई हो रही है कि नहीं ? जिस गाड़ी को परिवहन की अनुमति मिली है क्या वहीं गाड़ी परिवहन कर रही है ? आखिर ये सब देखने के लिए खनिज विभाग ने किसे जिम्मेदारी दी है ? चार तारीख को सुबह आठ बजे ही जब आफिस नहीं खुला रहता मुरूम खुदाई की पर्ची ठेका कंपनी के पास कैसे आ गई ?
ये जानने के लिए खनिज विभाग के अधिकारी राहुल गुलाटी से बात की गई तो उनका कहना था – जिस दिन आपकी खबर लगी थी उस दिन उन्हें अनुमति प्राप्त हो गई थी लेकिन उसके पहले कितनी मुरूम अवैध खुदाई हुई इसकी जानकारी नहीं ली गई है यदि ऐसा हेै तो एम बी बुक मंगा के जांच की जाएगी । रही बात पंचायत के एनओसी की तो यदि जमीन पंचायत की होगी तभी पंचायत की एनओसी लगेगी यदि नीजि होगी तो नीजि भूमिमालिक की सहमति लगती है ।