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तेंदुए का शव मिलने से मचा हड़कंप , आनन फानन में जांच टीम गठित ।

लेकिन क्या वन विभाग अपने वन्य प्राणियों के लिए वास्तव में चिंतित है ।

नए साल में खबरों की शुरूवात इस दुखद खबर के साथ करने पर मन विचलित है लेकिन उम्मीद है आने वाले साल में प्रदेश में इस तरह की घटनाएं ना हों । इंसान इंसान होने का फर्ज अदा करे और अपने साथ ही इन वन्य जीवों की भी रक्षा करें ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 01.01.2022

रायपुर – छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणी सुरक्षित नहीं है । समय समय पर प्रदेश के हर हिस्से से वन्य प्राणियों के असमय मौतों की खबर सामने आते रहती है । जिस विभाग पर वन्य प्राणियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है वो वन विभाग हाथ बांधे ही बैठे रहता है और सिर्फ पोस्टर में इसके लिए जागरूकता अभियान चलाता है ।


नए साल के शुरूवाती दि नही इस खबर को लिखना विचलित करता है लेकिन सच्चाई यही है कि प्रदेश में वन्य प्राणियों की जान आफत में है ।

कांकेर के कोरर वन परिक्षेत में गुरूवार को एक व्यस्क तेंदुवे की लाश मिली थी जिसके मुंह से खुन निकल रहा था । कुछ लोग जब तरंदुल घाट पहुचे तो पुल के नीचे तेंदुवे को मरा हुआ देखा और वन विभाग को जानकारी दी । जानकारी के बाद वन विभाग की टीम वहां पहुंची और अपनी जांच में जुट गई और तेंदुवे के शव को पास्टमार्टम के लिए भेज दिया । इस पर विचार होने लगा कि तेंदुवे की मौत कैसे हुई होगी । ये भी अंदेशा है कि तेंदुवे का शिकार हुआ होगा ।


मृत तेंदुआ की जाँच के सम्बन्ध में टीम गठित’

वन मंडल कांकेर के अंतर्गत गत दिवस 30 दिसम्बर को जो तेंदुवा मृत पाया गया था उसके बारे में जानकारी आई है कि वो एक व्यस्क नर तेंदुवा था जिसकी उम्र लगभग 10 वर्ष रही होगी जिसकी लंबाई – 1.10 मीटर, मोटाई – 85 सेंटीमीटर, ऊंचाई – 75 सेंटीमीटर, गर्दन – 50 सेंटीमीटर तथा पूंछ – 70 सेंटीमीटर है।जांच के दौरान दल ने पाया कि तेंदुवे के गले में चोट के हैं निशान हैं । जांच दल तेंदुवे की मौत की हर कोण से जांच कर रहा है ।

लेकिन इस घटना ने प्रदेश के वन्य जीव प्रेमियों को मायुस जरूर कर दिया है । इंसान से बड़ा दरिंदा और कोई नहीं है जो ऐसे मुक वन्य प्राणियों की जान के पीछे पड़ा रहता है । वन विभाग को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहता है ।

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