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थर्ड जेैंडर -बिलासपुर संभाग में पहली बार थर्ड जेैंडर के विषय पर सेमिनार का आयोजन ।

बिलासपुर में कल होगा आयोजन जिसमें प्रदेश के साथ ही मध्यप्रदेश से भी पहुंचे शोधार्थी ।

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 06.02.2023

Sanjeev Shukla

बिलासपुर – समाज में थर्ड जेंडर के महत्व और उनकी सामाजिक परिस्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्तर का एक सेमिनार कल बिलासपुर के माता सबुरी नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित किया जाएगा । ये पहला मौका है जब संभाग में इस तरह के शोध संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है । इस संगोष्ठी सेमिनार का विषय ही ’तृतीय लिंग के संदर्भ में मानवाधिकार ’ रखा गया है ।


संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के राजनीति और सामाजिक शास्त्र विभाग दोनों के साझा सहयोग से किया जा रहा है । संगोष्ठि में मुख्य रूप से अटल बिहारी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य ए डी एन बाजपेयी , हरिसिंह गौर वि.वि.सागर से समाजशास्त्र के प्रोेफेसर डा डी एस राजपूत , अपर एवं सत्र न्यायाधीश माननीय प्रशान्त शिवहरे के साथ ही दंतेवाड़ा से डा आर के पुरोहित दुर्ग महाविद्यालय से डा सुचित्रा शर्मा के साथ ही थर्ड जेंडर का नेतृत्व करने वाली अनुष्का मौसी भी मौजुद रहेंगी ।


थर्ड जेंडर समाज के लिए इस संगोष्ठि कुछ बेहतर नवाचार सामने आने चाहिए । संगोष्ठि में थर्ड जेंडर से जुड़े लगभग 17 बिन्दुओं पर चर्चा होगी जिसमें इस समाज के इतिहास से लेकर वर्तमान तक के परिवेश को समझा और जाना जाएगा । लेकिन इस समाज के सिर्फ मानवाधिकार पर ही नहीं समाज में इनके व्यवहार और समाज का इनके प्रति व्यवहार जैसी छोटी छोटी समस्याओं पर भी विचार होना चाहिए । इस पहलु पर भी विचार होना चाहिए कि थर्ड जेंडर कैसे अपने आप को समाज के मुख्यधारा से जुड़ा महसुस करे और समाज की प्रगति के लिए अपना योगदान दे ।

कार्यक्रम की संयोजक डाॅ नाज बेंजामिन ने बताया कि – “समाज में थर्ड जेंडर की अहम भूमिका है और हमारा संविधान देश के हर इंसान को बराबरी का अधिकार देता है । अब वो समय चले गया जब थर्ड जेंडर को समाज में बराबरी का हक नहीं था । आज के दौर में वे भी अपने अधिकारों के लिए जागरूक हो रहे हैं और समाज भी उन्हें अपना रहा है । ऐसे में इस तरह के आयोजन दोनों पक्षों के लिए बेहतर रूपरेखा तय करेंगे । थर्ड जेंडर ने अपनी काबलियत समाज के हर क्षेत्र में प्रस्तुत की है  ।”

उम्मीद है इस संगोष्ठि में विद्वानों के विचारों से थर्ड जेंडर को भी नई उर्जा प्राप्त होगी । माता शबरी महाविद्यालय के इस अदभुत आयोजन के बाद अन्य महाविद्याय और विश्व विद्यालय भी समाज के इस संवेदनशील विषय पर सेमिनार ,शोध और परिचर्चा आयोजित करे और इसमें थर्ड जेंडर को भी भरपूर बोलने का अवसर प्रदान करें ।

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