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चंद कदम की दूरी तय करने के लिए कई किलोमीटर घुमना पड़ता है ।

कोटा से प्रतिनिधित्व करने नेताओं की बाढ़ लेकिन कोटा की समस्याओं से किसी को सरोकार नहीं ।

कोटा रतनपुर मार्ग में जान जोखिम में डाल रहे लोग ।

दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 24.08.2023

करगीरोड कोटा – कोटा रतनपुर मार्ग में भैंसाझार के पास स्थित पुल को टूटे तीन माह हो गए लेकिन इन तीन माह में ना तो अधिकारियों का ध्यान उसे दुरूस्त करवाने में गया और ना ही नेताओं का । कोटा विधानसभा से सभी दलों से दर्जनों नेता टिकट और विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने की होड़ में हैं लेकिन कोटा की मूलभूत समस्याओं को दूर करने कोई आगे नहीं आता ।


कोटा से रतनपुर को जोड़ने वाले इस पुल के टूट जाने से दो सेंकड का रास्ता घंटों में बढ़ जाता है । पुल के दस मीटर टूटने का असर ये है कि आम लोगों को रतनपुर या कोरबा जाने के लिए या तो भैंसाझार से कंचनपुर होते हुए रतनपुर आना होगा या फिर उसी टूटे पुल के बाजू से कच्ची सड़क पर कई किलोमीटर का सफर तय कर रतनपुर पहुंचना होगा ।


शासन और प्रशासन की उदासिनता को देखते हुए अब लोग लंबे फेर की बजाय जान जोखिम में डाल कर इस दस मीटर के सफर को पूरा कर रहे हैं । लोगों ने प्रशासन के द्वारा लगाए गए बाड़ को भी उखाड़ फेंका हैं और उसमें से आना जाना कर रहे हैं ।

ज्ञात हो कि एडीबी के द्वारा रतनपुर से लोरमी तक की सड़क कई करोड़ रूपए खर्च कर बनाई गई थी लेकिन आधी अधुरी सड़क बना कर सभी जिम्मेदार बोरिया बिस्तर समेट कर चलते बन गए और कोटा क्षेत्र की आम जनता इनके भ्रष्टाचार का नतीजा भुगत रही है ।

इस संबंध में कोटा एसडीएम अमित सिन्हा से जानकारी ली गई तो उनका कहना था – “यदि इस तरह से आवागमन हो रहा है तो उसको देखा जाएगा और कोई अल्टरनेटिव रास्ता निकाला जाएगा ।”

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