गिरफ्तार किए गए भाजपा और हिन्दू संगठन के सदस्यों की निशर्त रिहाई की मांग I
राजेश श्रीवास्तव पंडरिया
13/10/2021 पंडरिया
03 अक्टूबर को कवर्धा में हुए दो समुदायों के हिंसक झड़प और दंगो के बाद एक हफ्ते तक कबीरधाम मे पल पल अनहोनी की आशंका हुई । प्रशासन की सामान्य पहल से शांत हो सकने वाले एक घटना ने नगर की शांति और अमन चैन को तार- तार कर दिया । घटना के बाद यदि प्रशासन तत्काल मुस्तैद होता और हालात गंभीरता से लेते हुए स्थिति को संभालने का प्रयास करता तो ये समस्या पांच मिनट में वहीं सुलझ जाती लेकिन प्रशासन से यहीं चुक हो गई और उसका नतीजा कवर्धा को भुगतना पड़ा ।
दंगो में शामिल उन सभी मुस्लिम युवकों को तकनीकी शाखा की मदद से वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया है , अवैध रूप से धारदार हथियार रखने की भी धारा लगा कर उन्हें ज्यूडिशियल रिमांड में जेल भेज दिया गया है ।
कवर्धा नगर बन्द के दौरान पुलिस की बर्बरता के खिलाफ और बेवजह गिरफ्तार किये गए हिन्दू संगठन और भाजपा के नेताओ कार्यकर्ताओं को निशर्त रिहा किये जाने के सम्बंध में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में आक्रोश रैली का आयोजन किया गया । कबीरधाम जिले में कर्फ्यू की वजह से पांडातराई में हिन्दू धर्म से जुड़े अनेक संगठन प्रमुखों और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही ।
मरवाही गौरेला और पेण्ड्रा में भी विश्व हिंदु परिषद के द्वारा कवर्धा की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया ।
प्रदेश में जगह जगह विरोध प्रदर्शन हुआ कई जगह हल्की झड़प भी हुई । लेकिन धीरे धीरे ही सहीं कवर्धा के हालात पर काबू पाया जा रहा है । लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या कवर्धा और उसके आस पास के दोनों समुदाय के मन में जो खटास पड़ गई है वो खतम होगी ? क्या 3 अक्टूबर के पहले जेैसे दोनों समुदायों के बीच विश्वास और प्यार था वो फिर से वैसा ही हो पाएगा ? या दोनों समुदाय के बीच कहीं ना कहीं अविश्वास की हल्की सी चिंगारी अभी भी दबी हुई हो ।
प्रशासन को चाहिए नियमित रूप से दोनों समुदाय के लोगों को बिठाकर उनसे बात करे और नफरत की जो चिंगारी दोनों तरफ लग गई थी उसे खतम करे और कवर्धा के साथ ही पुरे प्रदेश को ये संदेश दे कि प्रदेश में सब कुछ सहीं है ।