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कौन है शबनम ? और क्या किया था इसने जो पहुंच गई फांसी के फंदे तक।

शबनम के प्यार और अपराध की पूरी कहानी ।

दबंग न्यूज लाईव

गुरूवार 18.02.2021

 

Sanjeev Shukla

अमरोहा/मथुरा – उत्तर प्रदेश हसनपुर जिले के एक छोटे से गांव बावनबेड़ी में एक शिक्षक रहा करते थे नाम था शौकत अली उनकी बीवी थी हाशमी । शौकत अली और हाशमी के दो बेटों के बाद हुई एक बेटी । शौकत अली ने अपने बेटों के नाम रखे अनीश और राशीद । बेटों के बाद घर में जब बेटी हुई तो शौकत अली और हाशमी घर जब बेटी हुई तो परिवार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा , लेकिन इस समय शौकत अली और उनकी बीवी को ये नहीं पता था कि उनके घर आई बेटी एक दिन उनके परिवार को पूरा खतम कर देगी । 

 

समय के साथ शौकत अली और हाशमी का परिवार बड़ा होता गया । शौकत अली रहते भले छोटे से गांव में थे लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को बेटों से कम नहीं समझा और शबनम ने भी अपने परिवार का मान सम्मान बढ़ाते हुए एम ए की डिग्री हासिल की । लेकिन इस बीच शबनम को अपने ही गांव के एक युवक सलीम से प्यार हो जाता है । दोनों का प्यार परवान चढ़ता है और यहां तक पहुंच जाता है कि शबनम सलीम से मिलने अपने परिवार से छुपकर जाने लगती है । 

शबनम के परिवार को जब ये पता चलता है तो वे लोग नाराज होते हैं और सलीम से मिलने जुलने के लिए मना करते हैं लेकिन शबनम को ये बात पसंद नहीं आती । एक दिन शबनम अपने परिवार के सभी लोगों को रात के समय नींद की गोली खिलाती है और सलीम से मिलने पहुंच जाती है । ये दिन था 14 अप्रेल 2008 । शबनम सलीम को बताती है कि अब उसका परिवार उनके प्यार के खिलाफ हो चुका है और वो सभी को नींद की गोली देकर मिलने आई है ।

सलीम शबनम से बोलता है यदि तुम्हारे परिवार को ही खतम कर दिया जाए तो फिर हमारे बीच कोई नहीं रहेगा और हम आराम से अपनी दुनिया बसा लेंगे । प्यार में अंधी हो चुकी शबनम सलीम की बातों में आ गई और वापस घर आकर गहरी नींद में सो रहे अपने मां बाप भाई और भाभी अंजूम को कुल्हाड़ी से काट दिया । अपने पूरे परिवार को कुल्हाड़ी से काटने के बाद शबनम अपने कमरे में चली गई और बाद में हल्ला करते हुए बाहर भागी कि किसी ने उसके पूरे परिवार को मार दिया है ।

मामला इतना भयानक था कि पुरे जिले की पुलिस के साथ ही पूरा गांव सकते में आ गया । पुलिस अपनी जांच पड़ताल कर रही थी लेकिन उन्हें हत्यारों का कोई सबूत नहीं मिल रहा था । इस बीच पुलिस को शबनम पर ही शक होता है और शबनम की डाक्टरी जांच होती है जिसमें पता चलता है कि शबनम मां बनने वाली है । इस रिपोर्ट से पुलिस के कान खड़े हो जाते हैं क्योंकि शबनम की अब तक शादी नहीं हुई रहती है ।

पुलिस जब शबनम से कड़ाई से पूछताछ शुरू करती है तो शबनम अपना अपराध कबूल कर लेती है । और सामने आती है एक ऐसी बेटी की दिल दहलाने वाली कहानी जिसने रिश्तों को तार तार कर दिया ।

शबनम के कबूलनामे के बाद पुलिस अपनी कार्यवाही में जुट जाती है और फिर लंबी कानूनी लड़ाई चलती है । इस बीच लोअर कोर्ट शबनम के गुनाह को देखते हुए फांसी की सजा सुनाती है । लेकिन शबनम इस अदालत के फैसले के विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाती है  लेकिन शबनम का गुनाह इतना भयानक था कि सुप्रीम कोर्ट भी फांसी की सजा को बरकरार रखता है । बाद में शबनम अपनी सजा माफी के लिए राष्ट्रपति के सामने आवेदन करती है लेकिन यहां से भी उसका आवेदन खारिज हो जाता है और इसके बाद शबनम की फांसी का रास्ता साफ हो जाता है ।

आजादी के बाद ये पहला मौका होगा जब किसी महिला को फांसी की सजा दी जाएगी । इसके लिए जिस जल्लाद को जिम्मा दिया गया है ये वहीं है जिसने निर्भया कांड के दोषियों को फांसी पर चढ़ाया था । मथुरा जेल को और जल्लाद को अब डेथ वारंट का इंतजार है क्योंकि डेथ वारंट आते ही शबनम को फांसी दे दी जाएगी ।

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