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वन विभाग की लचर कार्यवाही से जंगली सुअर के शिकारियों को मिली जमानत ।

कोटा के वकील हैरिस लाल ने वन विभाग की कार्यवाही को कर दिया कमजोर साबित ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 23.05.2021

डीएनएल डेस्क

करगीरोड कोटा  – कुछ दिन पहले ही कोटा रेंज और अचानकमार की टीम ने कोटा के नगचुंवा से जंगली शिकार के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था । और उन पर वन्य अपराध अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही की थी । लेकिन वन विभाग की कार्यवाही इतनी कमजोर थी कि अदालत में उनकी कार्यवाही की वकील ने धज्जी उड़ा दी और सभी आरोपियों को जमानत दिलवा दी ।


21 तारीख की आधी रात को वन विभाग कोटा और अचानकमार टाईगर रिजर्व के अधिकारियों को जानकारी प्राप्त हुई थी कि कुछ लोगों ने जंगली सुअर का शिकार किया है इसके बाद वन विभाग और टाईगर रिजर्व के अधिकारियों ने रात में ही छापे मारी की और मांस के साथ ही शिकारियों और शिकार में जप्त औजारों को जप्त कर लिया था ।


लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने इतना लचर केस बनाया कि आरोपियों के वकील ने उन्हें जमानत पर रिहा करवा लिया । जबकि वन्य प्राणियों का शिकार काफी गंभीर मामला माना जाता है । जानकारी के अनुसार आरोपियों की जमानत पर वन विभाग के अधिकारी भी विरोध नहीं कर सके ।

आरोपियों के वकील हैरिस लाल ने बताया कि -जंगली सुअर के शिकार मामले में अपराध क्रमांक 314/2021 के तहत वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 ,50,51,9,16 ग ,क शासन विरूद्व जवाहर यादव वगैरह पेश हुआ था जिसमें अदालत में पैरवी हुई और 25 ,25 हजार के जमानत राशि पर सभी को रिहा कर दिया गया है ।

ज्ञात हो कि इसके पहले भी एक शिकार के मामले में कोटा रेंज ने आरोपी को अपने ही कार्यालय से मुचलके पर छोड़ दिया था । यदि वन विभाग ऐसे ही कार्यवाही करते रहा तो फिर वन्य प्राणियों के शिकार में कमी यो रोक लग पाएगी कहा नहीं जा सकता

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