दो दिन के पानी ने डायवर्सन में किए भ्रष्टाचार को कर दिया उजागर , यही कारण है कि अधिकारी रिटायर होने के बाद भी नहीं छोड़ रहे मोह ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 16.09.2021
करगीरोड कोटा/बिलासपुर – प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना अरपा भैेंसाझार डायवर्सन में किए करोड़ों के घोटाले ने आज अपना मुह खोल ही दिया । दो दिन हुई बारिश ने अरपा डायवर्सन की साईड वाल को निगल लिया और इस काम की गुणवत्ताहीन निर्माण को सामने ला दिया ।
भैंसाझार में बने करोड़ो की लागत से बना डायवर्सन दो दिन के पानी को नहीं झेल पाया और उसकी साईड वाल बह गई । साईड वाल बहने से अधिकारियों के हाथ पैर ऐसे फुले कि उन्होंने गेट खोल कर पुरा पानी बहा दिया कि कहीं पूरा डायवर्सन ही ना बह जाए ।
सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार तो आम बात है लेकिन अधिकारी काम की गुणवत्ता का भी ध्यान रख लें तो महेरबानी होगी खाना पीना तो चलता ही रहता है । कुछ साल पहले चांटापारा में नौ करोड़ का स्टाप डेम बह गया था जिसमें कई एसडीओ और इंजिनियर पर गाज गिरी थी ।
सिंचाई विभाग से किसानों के खेत की सिंचाई कितनी होती है पता नहीं लेकिन अधिकारियों के बैंक बैलेंस जरूर लहलहा जाते हैं और यही कारण है कि नौकरी से रिटायर्ड होने के बाद भी सिंचाई विभाग के ईई संविदा में आ जाते हैं और एक बाबू तो रिटायर होने के बाद सालों से विभाग की कुर्सी पर जमा हुआ है सारे भ्रष्टाचार की फाईल समेटता है ।
सरकार को इस दिशा में गंभीर होते हुए पुरी जांच करा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए जिससे प्रदेश की जनता का पैसों का सहीं उपयोग हो और वो अधिकारियों की जेब में जाने से बचे ।