शासकीय भूमि पर कब्जाधारियों पर कोटा तहसील की गाज , 45 एकड़ भूमि फिर से शासन के नाम दर्ज ।
शासकीय भूमि को नीजि नामों पर दर्ज करने और करवाने वाले पर भी हो कानूनी कार्यवाही ।

दबंग न्यूज लाईव
11 अगस्त 2025 गुरूवार ।
कोटा /बिलासपुर – कोटा तहसील के इतिहास में शायद ये पहला मामला होगा जब नामजद हो चुकी शासकीय भूमि फिर से नीजि चंगुल से छुट कर शासकीय रिकार्ड में दर्ज हो गई और इसके लिए कोटा के नायाब तहसीलदार राकेश ठाकुर की भूमिका महत्वपूर्ण रही ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तेदुआ क्षेत्र में शायकी भूमि ख.न. 69 , 70 और 77 की लगभग 45 एकड़ भूमि को कई टुकड़ों में काट कर और मिलीभगत कर लोगो ने अपने नाम पर दर्ज करवा लिया था जिसकी शिकायत हुई थी और कोटा के नायब तहसीलदार राकेश ठाकुर ने इस मामले की गहनता से जांच की ।
जांच में उन्होंने पाया कि किसी भी भूमि स्वामी के पास उक्त जमीन के कोई भी वैध दस्तावेज जैसे पट्टा या भूमिस्वामी होने के संबंध में सक्षम अधिकारी का आदेश नहीं थे जबकि रिकार्ड में ये बड़े झाड़ के जंगल के रूप में दर्ज पाया गया था जिसके बाद उन्होंने ख.न. 69/2 ,69/3,69/4,69/5,70/3,70/4,70/5,70/6,77/2,77/3 और 77/4 की 45 एकड़ जमीन को कब्ब्जाधारियों से मुक्त कराते हुए पुनः बड़े झाड़ के जंगल में दर्ज करने की कार्यवाही की ।
नायब तहसीलदार राकेश ठाकुर ने दबंग न्यूज लाईव से बात करते हुए कहा कि – आगे भी इस तरह की कार्यवाही जारी रहेगी । नगचुंवा और बांसाझाल के प्रकरणों की भी जांच चल रही है । साथ ही जो भी इसके लिए दोषी थे और हैं उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी ।