नक्सलियों को कारतूस सप्लाई की साजिश में एएसआई और हेड कांस्टेबल भी शामिल!
मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 08.06.2020
सुकमा। नक्सलियों को कारतूस सप्लाई मामले की जांच में जो तथ्य सामने आ रहे हैं, वो चोैंकाने वाले हैं। दरअसल, इस हाईप्रोफाइल मामले के तार खाकी वर्दी से भी जुड़ते दिख रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि नक्सलियों को कारतूस सप्लाई करवाने में सुकमा में पदस्थ ASI व प्रधान आरक्षक की अहम भूमिका है। इस बारे में पुलिस को सुराग भी हाथ लगे हैं। हालांकि, फिलहाल पुलिस इस बारे में खुलासा नहीं कर रही है।
बता दें कि पुलिस ने नक्सलियों को असलहा सप्लाई करने के मामले में सुकमापुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के पास से 695 नग जिंदा कारतूस जब्त किया गया। आरोप है कि ये कारतूस नक्सलियों को सप्लाई करने की प्लानिंग थी लेकिन पुलिस ने इस साजिश का भांडाफोड़ कर दिया।
बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस एक एएसआई व हेड कांस्टेबल से पूछताछ कर रही है। सूत्रों का दावा है कि एएसआई के पास से ही पुलिस को कारतूस से भरा बैग मिला है। पुलिस महकमे के अलावा पूरे शहर में इसकी जमकर चर्चा है। हालांकि, पुलिस इस बारे में ज्यादा कुछ कहने से बच रही है।
SIT कर रही मामले की जांच
सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि इस मामले की जांच एसडीओपी के नेतृत्व में एसआईटी कर रही है। सभी तथ्यों की बारीकी से जांच चल रही है। इस साजिश में एएसआई व हेड कांस्टेबल के जुड़े होने के सवाल पर एसपी ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच चल रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हेड कांस्टेबल की ड्यूटी शस्त्रागार में थी। वहीं एएसआई नक्सलियों की सप्लाई चेन से जुड़े लोगों के सीधे संपर्क में था। गुरूवार को तड़के मलकानगिरी चोैक में एएसआई बाइक में कारतूस से भरा बैग लेकर पहुंचा जहां धमतरी निवासी आरोपी मनोज वर्मा और गुंडरदेही निवासी हरिशंकर गेडाम स्कार्पियो में पहले से उसका इंतजार कर रहे थे।
इधर, सभी का मोबाइल ट्रेस कर रही पुलिस ने मौके से तीनों को हिरासत में ले लिया। सूत्र बताते हैं कि एएसआई व कांस्टेबल इससे पहले भी कारतूसों की हेराफेरी में शामिल रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने यह बात कबूली है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जल्द ही इस मामले से जुड़े कई और खुलासे हो सकते हैं।