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नगर को नरक बनाने में आमादा एडीबी और पाटिल इंफ्रास्ट्रक्चर।

 

शाम होते ही शहर की अधुरी सड़कों को रौंदती स्लीपर की गाड़ियां ।

 

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 26.05.2020

 

करगीरोड कोटा – पाटिल इंफ्रास्ट्रक्चर और एडीबी ने मिलकर लगता है नगर को नरक बनाने की ठान ली है । सालों से एडीबी की सड़क अधुरी है । पिछले कई माह से नगर के बीच में छोटी सी लेकिन साफ सुथरी रोड को बनाने के चक्कर में खोद डाला पूरा मटेरियल महिनों से रोड पर पड़ा है गांधी सभा भवन के पास से महाशक्ति चैक तक रोड को खोद कर दुर्गती बना दिया है ।


और इन्हीं आधी अधुरी सड़कों पर पाटिल इंफा्रस्ट्रक्चर के स्लीपर लेकर जाती बड़ी बड़ी गाड़िया । शाम होने के बाद आप शहर के मेन रोड के इसी भाग पर गाड़ी चला ले या घुम लें तो मान जाएं । एक हाथ दूर का कुछ नजर नहीं आएगा पूरी सड़क में दूर दूर तक सिर्फ धूल ही धूल ।
एडीबी और स्लीपर फैक्ट्री ने मानों शर्त लगा रखी हो कि कैसे इस शहर को और यहां के लोगों को परेशान करना है । लेकिन मानना पड़ेगा शहर के लोगों को , यहां के जनप्रतिनिधियों को , यहां के अधिकारियों को और यहां के जागरूक लोगों को मजाल है कोई परेशान हो जाए ? परेशानी तो जनता को ही होती है और कोटा की जनता को अब आदत बन गई है ।


पाटिल इंफा्रस्ट्रचर ने तो शहर को चर ही दिया है । इसकी चालबाजी इसी से समझ आती है कि जब इनको शहर के भीतर के रोड की जरूरत नहीं थी इन्होंने शहर के लोगों के लिए रेलवे फाटक के दोनों तरफ गरडर लगा कर रास्ता बंद कर दिया था याने सभी बड़ी गाडियों को आना जाना बंद कर दिया था और इसके बारे में कहना था कि रोड खराब हो रही । अब इनको अपने स्लिपर ले जाना है तो रास्ता खोल दिया अब शहर की खराब सड़क और खराब हो रही उसका क्या ?

एक्का दुक्का जागरूक लोगों के फोन आते हैं कि बहुत दिक्कत है , रह नहीं पा रहे । ये देखिए फोटो , ये देखिए विडियो । लेंकिन जब उनसे ये बोला जाता है कि ठीक है ये फोटो विडियो दिजिए तो भाई लोग गायब ।
लेकिन अधिकारियों और नगर के जनप्रतिनिधियों को इस समस्या की तरफ ध्यान देना चाहिए । कुछ दिन बाद बरसात आ जाएगी और उसके बाद कोटा के मेन रोड पर चलना और भी मुश्किल हो जाएगा । लेकिन जो रवैया सभी जिम्मेदार लोगों को है उससे नहीं लगता कि बारिश के पहले नगर के लोगों को राहत मिलेगी इसलिए अपने आप को तैयार रखेें कि कठिन समय आने वाला है ।

नगर के जागरूक युवा ऋषिसिंह ठाकुर का कहना था – पिछले कई माह से रोड की खुदाई करके छोड़ दिया गया है । एडीबी वाले रोड ही नहीं बना रहे उपर से शाम होते ही स्लीपर लेकर निकलने वाली गाड़िया लोगों को आफत में डाल दे रही है । इनपर तो हाईकोर्ट पर पिटिशन दायर होनी चाहिए । नगर पंचायत को चाहिए कि स्लीपर फैक्ट्री से रोड टैक्स वसुुले और यदि एडीबी नहीं बना सकती तो उस पैसे से रोड का निर्माण करवा दे ।

नगर के युवा व्यापारी सुनिल गुप्ता का कहना था – धूल के कारण दुकानदारी करना मुश्किल हो गया है । बड़ी बड़ी हैवी गाड़िया स्लिपर लेकर निकलती है जिसके कारण पूरे नगर का वातावरण खराब हो रहा है । एक गाड़ी निकलने के बाद काफी समय तक धूल उड़ते रहती है । कई माह से सड़क खोद कर एडीबी वालो ने छोड़ दिया है अधिकारियों को जल्द ही इसे बनवाना चाहिए साथ ही बड़ी और हैवी गाड़ियो को शहर के अंदर से बंद करना चाहिए ।

कुलदीप शर्मा – स्लीपर फैक्ट्री को आज जरूरत है तो उसने रोड को खोल दिया है जबकि इसके पहले रेलवे का नाम लेकर इस रोड को आम लोगों के लिए बंद कर दिया था । आज स्लीपर की बड़ी गाड़ियों के कारण पूरे शहर में प्रदूषण फैल रहा है । स्लीपर वालों को अपनी गाड़ियां रतनपुर की तरफ से निकालनी चाहिए । एडीबी के अधिकारी भी रोड खोद कर सोए हुए है महिनों से ।

नगर के व्यवसायी दीपक सोनी का कहना था – स्लीपर का काम है तो रास्ता खोल कर नगर के बीच से गाड़ियां निकालने लगे नहीं तो रास्ता बंद कर देते हैं । आधी अधुरी सड़को पर हैवी गाड़ियों के चलने से पूरा नगर परेशान है । शहर की सड़क जल्द बननी चाहिए और बड़ी गाड़िया बंद होनी चाहिए । काम तो सभी जगह शुरू हो गए हैं वैसे भी एडीबी का काम तो मशीनों से ही होता है ।

 

 

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