अधिकारियों को जानकारी उसके बाद भी ऐसे जता रहे जैसे मालूम ही ना हो ।
कोटा जनपद क्षेत्र के पंचायतों में बिल्ला लगाने के लिए तीस रूपए की वसूली ।
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 15.03.2020
कोटा – कोटा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत का नारा लिखा हुआ बिल्ला मकानों में ठोंका जा रहा है । बिल्ला कोैन ठोक रहा है इसकी जानकारी किसी को नहीं है लेकिन कुछ लोग हैं जो बकायदा रसीद काटकर लोगों के मकान में बिल्ला ठोंक रहे है और तीस रूपए की उगाही कर रहे हैं ।
दबंग न्यूज लाईव ने नौ तारीख को इस बारे में सबसे पहले खबर प्रकाशित की थी । जिसमे बताया गया था कि कैसे जनपद से पहले बिल्ला लगाने का आदेश निकला फिर बाद मे ंनिरस्त कर दिया गया । उच्च अधिकारियों से इस बारे में बात करने पर उनका कहना था कि आदेश निकला था लेकिन बाद में निरस्त कर दिया गया । ये कोई बड़ा ईश्यू नहीं है जिसे लगाना है लगाए जिसे नहीं लगाना वो ना लगाए । अधिकारी इतना कहकर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री मान लेते हैं ।
लेकिन मकानों में बिल्ला लगाने वालों को निरस्तीकरण के सरकारी आदेश की शायद जानकारी ना हो या फिर उनके लिये ये आदेश कोई मायने नहीं रखता यही कारण है कि बिल्ला लगाने वालों के गैंग अभी भी पंचायतों में बिल्ले के नाम पर तीस रूपए की उगाही कर रहे हैं ।
कोटा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सिलदहा में ये लोग बकायदा रसीद काट कर पैसे ले रहे हैं और बिल्ला लगा रहे हैं । जानकारी ये भी प्राप्त हुई है कि ये लोग गांव वालों को बिल्ला नहीं लगवाने में पर धमकी देते हैं कि यदि बिल्ला नही लगा तो उनका राशन कार्ड ,आवास और पेंशन जैसी सुविधाएं बंद हो जाएंगी ।
एक अखबार के प्रतिनिधि से बात करते हुए जनपद सीईओ संध्यारानी कुर्रे का कहना था कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं कि कौन कहां से पैसे बसूल रहा है पता करवाती हूं ।
जबकि नौ तारीख को ही दबंग न्यूज लाईव ने इस बारे में खबर प्रकाशित करने के साथ ही सीईओ और एसडीएम को इस बात की जानकारी दी थी । उसके बाद भी अधिकारियों की लापरवाही के चलते गांव के ग्रामीण बिल्ला लगाने वालों के झांसे में आ रहे हैं ।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मनोज बिरको का कहना था कि – स्वच्छ भारत के तहत इस प्रकार से बिल्ला लगाकर तीस रूपए की वसुली अवैध है ।