अरपा भैंसाझार मतलब सफेद हाथी परियोजना । सिंचाई मंत्री पहुंचे निरिक्षण में ।
11 साल से करोड़ों की परियोजना घसीट रही , गैर जिम्मेदार अधिकारियों के भरोषे ।
मंत्री ने बैठक के दौरान अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 18.07.2024
बिलासपुर – बिलासपुर जिले के कोटा विकासखंड में पिछले कई साल से प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना अरपा भैंसाझार के नाम से घसीट रही है । इस परियोजना से कितने किसानों को सिंचाई का पानी मिला पता नहीं लेकिन इसके अधिकारियों की पौ बारह जरूर हो गई ।
कोटा में परियोजना के बनने के लिए सबसे ज्यादा नुकसान कोटा के जंगलों को हुआ परियोजना के लिए यहां के कई हजार पेड़ों को काट दिया गया और सारा पानी तखतपुर क्षेत्र में सिंचाई के लिए जाने लगा ।
प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद आज प्रदेश के सिंचाई मंत्री केदार कश्यप ने आज अरपा भैंसाझार परियोजना का दौरा करके विभागीय अधिकारियों की एक बैठक ली जिसमें अरपा के वर्तमान स्थिति और पूरी परियोजना के संबंध में जानकारी ली ।
इस दौरान कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव भी मौजूद थे उन्होंने अपलक्स बंड बैराज का तटबंध के स्तरहीन काम , ठेकेदार के द्वारा रायल्टी में हेराफेरी, फर्जी सिंचाई का मुद्दा एवं बैराज संबंधि कई अन्य मुद्दे उठाय जिस पर मंत्री केदार कश्यप ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई जबकि सेक्रेटरी ने गलती सुधारने के साथ ही गड़बड़ीयों की जांच कराने का आश्वासन दिया ।
स्थानीय नेताओं में विभाग के प्रति नाराजगी – भाजपा की सरकार बनने के बाद ये पहला मौका था जब एक मंत्री कोटा विधानसभा आ रहे थे लेकिन विभाग के अधिकारियों ने यहां के स्थानीय नेताओं को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी इस अनदेखी को लेकर कोटा के स्थानीय नेताओं में सिंचाई विभाग के प्रति काफी नाराजगी देखने को मिली नेताओं का आरोप था विभाग के लोग मंत्री जी के आने की सूचना देना भी जरूरी नही समझते , इस महत्वपूर्ण परियोजना में जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेल रहे है साथ ही विभाग के ई ई , एसडीओ की शिकायत भी की गई है कि वे मुख्यालय में नही रहते । अधिकारियोें ने स्थानीय नेताओं द्वारा अपनी खिंचाई होते देख तुरंत पलटी मारी और बात को संभालते हुए बोले कि ये विभागीय बैठक थी इसलिए जानकारी नहीं दी गई ।