कोचिया लोगों की बल्ले …10 की बरबट्टी 40 और टमाटर 30 ।
अधिकारियों की उदासिनता और निर्णय नहीं लेने की क्षमता का खामियाजा जनता भुगत रही है ।
दंबग न्यूज लाईव
शुक्रवार 22.05.2020
करगीरोड कोटा – शहर में दो दिन पहले सब्जीयों के रेट काफी कम थे लेकिन गांव से आने वाले सब्जी उत्पादकों को इतने बड़े शहर में अधिकारी ढंग से एक जगह नहीं दिलवा पाए मजबूरन गांव के सब्जी उत्पादकों ने नगर में आना बंद कर दिया । और फि एक किलो बरबट्टी जो दस रूपए किलो बिकती थी अब चालिस रूपए किलों बिकने लगी और लगभग सभी सब्जीयों के रेट चार गुना ज्यादा हो गए । गांव के सब्जी उत्पादकों के नही आने की वजह से शहर के कोचिया चांदी काट रहे हैं ओैर जनता नगर पंचायत के अधिकारियों की उदासीनता का खामियाजा भुगत रही है ।
आज सुबह शहर में सिर्फ एक दो ही सब्जी उत्पादक आए उनसे बात करने पर उन्होंने बताया कि यहां आकर सब्जी बेचना बहुत कठिन हो गया है । हम अपनी लागत मूल्य से भी कम में सब्जी बेच रहे थे लेकिन नगर पचांयत ने कई बार हमारा स्थान बदला । कभी बस स्टेण्ड के पिछे , कभी नाका चैक तो कभी अग्रसेन भवन के पास । बार बार जगह बदलने से बहुत दिक्कत होने लगी । ग्राहक भी समझ नहीं पाते थे कि कहां सब्जी बिक रही है । इसलिए बहुत से सब्जी उत्पादक अब नहीं आ रहे है।
गांव से सब्जी उत्पादकों के नहीं आने से मौके का फायदा यहां के कोचिए उठाने लगे ये गांव से सस्ती दर पर सब्जी लाकर उसे चार से छह गुना अधिक दर पर बेच रहे हैं ।
हमने इस बारे में नगर पंचायत सीएमओ सागर राज से बात करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क ही नहीं हो पाया ।
कोटा एसडीएम आनंदरूप तिवारी से जब इस समस्या के बारे में बात की गई तो उनका कहना था – कि नगर पंचायत ने ऐसा कैसे कर दिया सब्जी उत्पादकों को जगह देनी चाहिए । मैं अभी सीएमओ से बात करता हूं और व्यवस्था करने कहता हूं ।
यदि नगर पंचायत को सब्जी उत्पादकों के शहर के अंदर बाजार लगाने में दिक्कत है तो फिर राममंदिर से जयस्तंभ चोैक की तरफ जाने वाली रोड के किनारे जो मैदान है वहां उन्हें अनुमति दे सकते हैं जिससे नगर के लोगों को इस गंभीर समस्या के समय सब्जीयां तो सस्ती प्राप्त हो सकें ।