करगी रोडकोरबापेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर

छोटे गांव शहर तो छोड़िए राजधानी के लोग भी गंभीर नहीं ।

आखिर ये कैसा लाक डाउन है ।

 

दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 21.05.2020

 

रायपुर – प्रदेश के छोटे शहर तो शायद कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीर हों पर राजधानी रायपुर के लोग लगता है जरा भी गंभीर नहीं है । इसिलिए तो लाॅकडाउन के नियम कायदों की ऐसी धज्जियां उड़ाए बैठै है जैसे सब ठीक हो और कोरोना का कोई खतरा ही राजधानी में ना हो । ये सहीं है कि हर समय लाॅक डाउन नहीं रह सकता इसे खोलना ही पड़ेगा क्योंकि ऐसे सब बंद करके नहीं रहा जा सकता । लेकिन इस खुले बाजार में अब आपकी गंभीरता जागरूकता और सावधानी ही इस संक्रमण से आपको बचा सकती है । लेकिन रायपुर के लोगों ने जैसे ठान लिया है कि मौके का फायदा तो उठाना ही है कि घुमो फिरो और मजे करो ।

आखिर ये कैसा लाक डाउन है जहां न नियम है ना कानून है। ये कैसा नियम लोग चाहे छोटे घर के हो या बड़े घर के ऐसे घूम रहे है जैसे लोग समान्य जीवन जी रहे हो। कोई अनुशासन नहीं है। न पुलिस की सक्रियता न रोक टोक। आज शहर मे लोगो की भीड़ महीनों की तपस्या को तार तार कर रही हैं।
एक पुलिस कर्मी से ये सवाल किया किया कि आप लोग इतने लोग मिलकर भी लोगो को रोकने मे नाकाम क्यों हो रहे हैं तो उनका कहना था कि लोग सुने ही नही रहे न मान रहे साथ ही ऊपर अधिकारी लोग कड़े नियम बना रहे पर उस पर ठीक से जवाबदेही नही दे रहे।लोग तभी तो निरंकुशता के साथ घूम रहे हैं।

लोगों की लापरवाही का नतीजा है कि अब प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है । कुछ देर पहले ही फिर छह केस सामने आए और अब प्रदेश में कुल एक्टिव केस सत्तर के पास पहुंच रही है । इनमें अधिकतर बाहर प्रदेशों से आने वाले श्रमिक हैं जिन्हें सरकार ने छोटे छोटे क्वारंटाईन सेंटर में रहने गांवों में भेज दिया है ।


अब जो ये लापरवाही लोग और प्रशासन कर रहे उससे तो डर लग रहा है कि कही आने वाले दिन मे स्थिति और खराब ना हो जाए । जहाँ सरकार मजदूरों के लाने ले जाने की लड़ाई लड़ रही वही दूसरी तरफ हम उन्हें सम्हालने मे भी नाकाम हो रहे है। जिसके कारण अब पहले से ज्यादा लोग ’करोना से संक्रमित’ हो रहे है।

 

Related Articles

Back to top button