तस्वीर देखकर ही यकीं होता है , ये अपना देश है यहां सब कुछ होता है ।
जिनके कांधों पर प्रदेश को बचाने की जिम्मेदारी वो ही ऐसा करने लगे ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 11.06.2020
छत्तीसगढ़ – आप मानें या ना मानें हमारे देश में दो कानून एक साथ चलते हैं । एक कानून है गरीबों के लिए जो संविधान में लिखा गया है और जिसे मनवाने के लिए कई स्तर पर व्यवस्था है । दूसरा कानून है अमीरों के लिए जो किसी संविधान में नहीं लिखा गया है इसे अमीर लोग अपने हिसाब और सुविधा से बनाते बिगाड़ते रहते हैं और इस काम में इन्हें किंचित मात्र भी संकोच ,झिझक या आत्मग्लानी नहीं होती होगी I
पुरे देश में इन दिनों कोरोना को लेकर नई नई गाईड लाईनें जारी हो रही है । माॅल ,स्वीमिंग पुल ,स्पोर्टस काम्पलेक्स ,पूजा घर ,स्कूल , बाजार , आम पब्लिक सब बंद हैं । सरकार की गाईड लाईन ही है कि ये सब बंद रहेगा । इतने नियम कायदे हैं कि याद भी ना रहे । बस चलेगी तो इतने लोग बिठाना ,अपनी कार में जाओ तो चार की जगह तीन लोग बैठना कार के अंदर भी मास्क लगाना ये सब गरीबों और आम जनता के लिए है । यदि जनता से थोड़ी चुक हुई तो वीरगांव पुलिस जैसा कोई दबंग पुलिस वाला रहता है मनवाने के लिए ।
लेकिन इसके उलट एक कानून और है जो रसूखदारों के लिए है इसमें कोई नियम कायदे कानून नहीं है सब इनकी मर्जी से चलते हैं । यहां 12 सीट की बोट पर 15 लोग बैठ सकते हैं , चिपक चिपक के बैठ सकते हैं और आस्क मास्क की कोई जरूरत नहीं क्योंकि कोरोना तो प्रवासी मजदूरों और गरीबों में निकल रहा ।
एक तरफ अमीरों के बेटे बेटियां जो पढ़ने दुसरे प्रदेश जाते हैं और दो माह वहां नहीं रह पाते फिर उन्हें लाने लक्जरी बसें जाती है । एक तरफ गरीब के बच्चे जो पैदल चलते चलते मर जाते हैं ।
एक ऐसी ही शर्मनाक तस्वीर इन दिनों कोरिया जिले से सामने आ रही है जिसमें जिले के उच्च अधिकारी बोटिंग का मजा ले रहे हैं । इन दिनो जिले में प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के दौरे व काफिले में जिस तरह अधिकारी व वाहनों की भीड़ देखी जा रही उससे लगता हैं कि जिले को कोरोना से पूरी तरह निजात मिल गया है । तस्वीरों को देखकर आम जनमानस में यह मामला सुर्खियो का विषय बना हुआ है वही अधिकारी अब इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं ।
पहली तस्वीर झुमका बोट क्लब-गार्डन की है जहां 12 सीटर नाव में जानकारी के अनुसार जिले के शीर्ष अफसर सहित कुल 15 लोग बोटिंग करते दिख रहे हैं । बोट में कलेक्टर एस एन राठौर, एसपी चंद्रमोहन सिंह, जिला पंचायत सीइओ तुलिका प्रजापति, एसडीएम बैकुंठपुर ए एस पैकरा, एसडीएम खडगवां पी वी खेस, निगम आयुक्त सुमन राज, एसडीओपी मनेंद्रगढ़ कर्ण कुमार उइके, सीएमओ ज्योत्सना टोप्पो सहित मछली विभाग के अधिकारी मौजूद हैं।
मैं ये सोच रहा हूं कि यदि झुमका बोट क्लब के सामने वीरगांव पुलिस थाने के वीर पुलिस अफसर तैनात होते तो क्या होता ?
वहीं दुसरी तस्वीर में मनेन्द्रगढ़ के विधायक डा विनय जायसवाल हैं जिन्होंने बाजार में ही अपना बाजार लगा लिया है । सोमवार को मनेंद्रगढ़ सब्जी मण्डी के पास समस्याएं सुलझाने आयोजित बैठक में सब्जी व्यापारी, कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।
हमने झुमका बोट क्लब में बोट चलाने वाले से बात की तो उनका कहना था – हां सर लोग आए थे विजिट करने , विजिट किए फिर बोट की भी टेस्टिंग की गई बीच में कांफ्रेस हाल है तो वहां बैठक भी हुई ।
लेकिन मिटिंग जैसा तो कुछ किसी के हाथ में दिख नहीं रहा है ।केंद्र व राज्य सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने गाइडलाइन जारी किया है, जिसका पालन करना अनिवार्य है।
मामले में अपर कलेक्टर सुखनाथ अहिरवार का कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार की गाइडलाइन जारी है। झुमका बोट क्लब व मनेन्द्रगढ़ में सब्जी मार्केट में विधायक की उपस्थिति में ज्यादा भीड़ जुटने को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने को लेकर संबंधित विधायक व मछली विभाग के अधिकारी ही बेहतर बता पाएंगे।
सहीं बात भी है जब बोट में इतने रसुखदार अधिकारी बैठे हों तो फिर अपर कलेक्टर साहब क्या बोल सकते हैं । लेकिन प्रदेश के आम ,गरीब ,मजदूर ,व्यापारी,ठेले खोमचे वाले ,होटल ,रेस्टोरेंट वाले सब घरों में रहो कोरोना फैला है सरकार की गाईड लाईन है घुमना फिरना मौज मस्ती सब बंद है । साहब लोग जैसा काम नहीं करना वर्ना …..याद है ना बीरगांव केस ।