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नलकूप खनन में गड़बड़ झाला फिर भी करोड़ो के बकाया भुगतान की तैयारी ।

शिकायत के बाद एक विधायक ने प्रभारी को हटाया दूसरे विधायक ने वापस लाया ।

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 16.06.2020

बैकुंठपुर –कोरिया जिले में एक ऐसा शासकीय कार्यालय बी आर लाईट मशीनरी व गेट्स सुधार विभाग हैं जहा विगत दो वर्षों में जिला खनिज न्यास ,विधायक व सांसद निधि से लगभग 10 करोड़ के कार्य स्वीकृत किये गए किन्तु इस शासकीय कार्यालय में एक भी शासकीय रिकार्ड नही है I

जब कि जिला प्रशासन ने इस विभाग को निर्माण एजेंसी बनाया है जो कि उचित नही था फिर भी निर्माण एजेंसी बना दिया गया जिसका ही परिणाम है कि अम्बिकापुर में बैठे प्रभारी अधिकारी ने बिना मुख्यालय आये सम्भाग के इंजीनियर से ही कोरिया जिले में स्वीकृत कार्यो का मूल्यांकन भी कर दिया जिससे अब प्रभार छिनने से इस विभाग द्वारा किये गए गड़बड़झाला का मामला जिले में सुर्खियो का विषय बना हुआ है वही पूर्व कलेक्टर कोरिया के निर्देश के पश्चात भी अब तक जाच पूरी नही हो पाई जब कि दो कलेक्टर भी जिले में बदल चुके , वही प्रभारी एसडीओ को हटाने के पश्चात पुनः अम्बिकापुर के प्रभारी एसडीओ को जार्ज मिलने को लेकर अब यह मामला राजनीति तूल पकड़ लिया है ।

मिली जानकारी अनुसार कोरिया जिले में डीएमएफ की राशि से स्वीकृत कार्यो में एक बार फिर बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है। जहा जिला प्रशासन ने एक अनुविभागीय अधिकारी को निर्माण एजेंसी बनाकर इतिहास रच दिया जब कि इस विभाग के अधिकारियों का ही मानना है कि एक अनुविभागीय अधिकारी को निर्माण एजेंसी नही बनाया जा सकता ऐसे में निर्माण एजेंसी बनाने को लेकर भी सवाल उठना लाजमी हैं ।

 जिला प्रशासन ने इस विभाग को पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने करोड़ो रूपये के कार्य विभिन मदो से स्वीकृति कर एजेंसी बनाया जिसमे ज्यादार नलकूप खनन अनियमित्ता का भेंट चढ़ गया जहा अब स्वीकृत आधे बोर खनन के पश्चात भी धस गए या फिर मोटर खराब होने से बंद हैं जिसे अब सुधारने निर्माण एजेंसी ही नही पहुँच पा रहा जब कि इन दो वर्षों में अब तक 1 करोड़ 26 लाख रू का भुगतान किया जा चुका है, वही 179 लाख के बकाया भुगतान की अंतिम किश्त जारी करने की तैयारी है I 

डीएमएफ के तहत वर्ष 2019-20 में 1 करोड़ 26 लाख का भुगतान किया जा चुका है, अब 1 करोड़ 79 लाख के भुगतान की तैयारी चल रही है, इसके लिए प्रशासन ने नया तरीका इजाद किया कि हुए बोर का सत्यापन करा कर भुगतान किया जाए, परन्तु संबंधित अधिकारी ने सत्यापन अधिकारी को भी कूटरचित दस्तावेज दिखा कर सत्यापन करा लिया व पूर्व में उन्हें भुगतान कर दिया गया, अब शेष भुगतान निकालने की तैयारी है जब कि ऐसा पूरे जिले में किया गया।

समूह के नाम पर स्वीकृति
डीएमएफ की राशि किसानों के नाम पर खर्च करने के लिए इस नलकूप खनन के लिए किसानों का समूह दिखाया गया, परन्तु मौके पर किसी भी किसान का कोई समूह नहीं है। किसान बताते हैं कि वे किसी भी समूह में खेती नहीं करते है, सब अपने अपने खेत में सब्जी और धान उगाते हैं। उनसे जो राशि ली गई है उन्होंने खुद दी है, ना कि समूह के माध्यम से।

भईया लाल राजवाड़े ,पूर्व श्रम मंत्री व विधायक बैकुंठपुर – का कहना है कि मै इस संबंध में जानकारी लेता हूं, इसका भुगतान रोका जाना चाहिए, इसमें बड़ा घोटाला हुआ है, पीवीसी पाईप लगाए गए है, जबकि जीआई पाइप लगाया जाना था और काफी कम बोर खोदा गया है, कई स्थानों पर पाईप टूट चुके है। विभाग को एजेन्सी नियुक्त करने पर ही सवाल खड़े हो रहे है।

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