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सायकल बांटने के नाम पर स्कूल लगा रहे मजमा ।

बच्चों को बुलाया , सायकल बांटी फोटो खिंचवाया लेकिन ना मास्क लगाया ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया ।

जब गुरूजी घर घर जाकर चांवल दाल बांट सकते है तो सायकल क्यों नहीं ?

कोटा विकासखंड के अधिकतर स्कूलों में हो रहे आयोजन ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 07.06.2020
बेलगहना संवाददाता

बेलगहना/रतनपुर – सरस्वती सायकल योजना के नाम पर कोटा विकासखंड में जो मजमा स्कूल लगा रहे है उसने लाॅक डाउन के सारे नियमों कायदे और कानूनों की धज्जियां उड़ा दी । जिला रेड जोन में है ऐसे में यहां के लिए कई नियम प्रशासन ने बनाए हुए है लेकिन कोटा विकासखंड के स्कूलों ने सायकल बांटने के नाम पर इन सभी नियमों की धज्जियां उड़ा दी ।

कोटा विकासखंड के बड़े स्कूलों में से एक है बेलगहना का शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलगहना । यहां पिछले दिनो सरस्वती सायकल योजना के तहत स्कूल प्रबंधन ने मजमा लगा लिया । स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को बुला लिया , स्कूल स्टाफ आ गया फिर नेताओं को भी बुला लिया गया सबने मिलकर सायकल बांट दिया इस दौरान जो तस्वीर वायरल हुई है उसमें ना तो किसी ने मास्क लगाए हैं और ना सोशल डिस्टेंसिग का पालन किसी ने किया है ।

बच्चों के साथ सभी बिना मास्क के नजर आ रहे हैं कुछ स्कूल के टीचरों ने जरूर मास्क लगाया है लेकिन अधिकतर बिना मास्क के ही नजर आ रहे हैं । ऐसा ही आयोजन रतनपुर के कन्या शाला में भी आयोजित हुआ यहां भी 122 छात्रों को बुला लिया गया । जनप्रतिनिधि भी आए लेकिन किसी ने भी ऐसे आयोजनों के समय नियमों और निर्देशों पर ध्यान नहीं दिया ।

एक सवाल ये भी उठता है कि इस समय ऐसे आयोजन की क्या जरूरत थी ? क्यों स्कूल प्रबंधन ने इतने लोगों को स्कूल में जमा कर लिया ? क्या उन्हें नहीं पता अभी जिले में धारा 144 लगी हुई है और ऐसे आयोजनों पर रोक है ?

स्कूलों मे प्राथमिक तथा माध्यमिक स्तर के बच्चों को मिलने वाले मध्यान्ह भोजन का राशन भी स्कूल के टीचर घर घर जाकर बांट रहे हैं ऐसे में सायकल वितरण के नाम पर ऐसा आयोजन क्यों ? फिर तो मध्यान्ह भोजन का राशन भी बच्चों को स्कूल में बुला कर दे देना चाहिए क्यों गुरूजी लोग घर घर जाकर बांट रहे ।
आखिर इस आयोजन की अनुमति किसने स्कूल प्रबंधन को दी ? इसकी जांच होनी चाहिए और आयोजकों पर कार्यवाही की इस दौर में जब पुरे आयोजन बंद है स्कूल में सायकल बांटने के नाम पर ऐसा जमावड़ा क्यों ? क्या ये आयोजन देखकर अन्य स्कूल में भी इसी प्रकार के आयोजन शुरू नहीं हो जाएंगे ? ये गंभीर प्रश्न है और इस पर जांच कर कार्यवाही होनी चाहिए ।

इस बारे में हमने कोटा विकासखंड के बीईओ संजीव शुक्ला से बात की तो उनका कहना था – स्कूल प्रबंधन ने अपने स्तर पर आयोजन किया होगा । शासन का भी निर्देश है कि नियमों का पालन करते हुए सायकल वितरण करना है लेकिन यदि नियमों का पालन नहीं किया गया है तो गलत है । ऐसे आयोजनों का भी दिशा निर्देश नहीं है कि भीड़ इकटठी कर ली जाए ।
कोटा एसडीएम आनंद रूप तिवारी से इस बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना था -स्कूलों में इस प्रकार से बच्चों की भीड़ नहीं बुलानी चाहिए मुझे इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है मेै बीईओ से इस बारे में जानकारी लेता हूं ।
बहरहाल कोरोना संक्रमण के समय स्कूलों में ऐसे आयोजन नहीं होने चाहिए यदि सायकल ही वितरित करनी है तो कम संख्या में बच्चो और इन्हें भी सोशल डिस्टेंसिंग के तहत सायकल वितरण करनी चाहिए । हमारी लापरवाही कहीं आगे चलकर हमारे लिए संकट ना बन जाए इसे भी ध्यान रखना हमारी ही जिम्मेदारी है ।

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