नाबालिग बच्ची घर से स्कूल तो आई लेकिन वापस घर नहीं पहुंची ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 21.07.2022
Dhammkirti
डोंगरगढ़ – शहर के केन्द्रिय विद्यालय में नौंवी में पढ़ने वाली एक छात्रा घर से स्कूल तो आती है लेकिन फिर घर नहीं पहुंच पाती । दो दिन बाद उस मासूम छात्रा की मौत की खबर घर पहुंचती है और पूरा परिवार सदमें में आ जाता है । इस घटना से सिर्फ उस मासूम का परिवार ही नहीं बल्कि सारा शहर सदमें में आ जाता है क्योंकि घटना ही ऐसी होती है जो हर उस घर में चिंता पैदा कर देती है जिनके बच्चे अकेले स्कूल या बाहर जाते हैं ।
पूरा मामला शहर के केन्द्रिय विद्यालय में पढने वाली एक छात्रा से जुड़ा हुआ है । 19 जुलाई को छात्रा अपने घर से स्कूल के लिए निकलती है लेकिन शाम को छुट्टी के तय समय पर घर नहीं पहुंचती । धीरे धीरे समय बितता है और घर के लोगों की धड़कने बढ़ने लगती है लेकिन पूरी रात वो मासूम घर नहीं आती है । परिवार किसी आशंका में पड़ जाता है परिवार के लोग अपने तरफ से अपनी बच्ची को ढुंढने का हर संभव प्रयास करते हैं लेकिन जब हार जाते हैं तो मोहरा थाने में बच्ची के गुम होने की शिकायत करते हैं ।
पुलिस जब तक अपनी तरफ से कोई कदम उठाती उसी बीच ढारा के डंगबोरा बांध से एक चरवाहा पुलिस को इत्तला देता है कि डेम के पास एक लाश पड़ी है । खबर सुनते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंच जाती है और फिर इस लाश का सिरा जुड़ता है दो दिन पहले लापता हुई केन्द्रिय विद्यालय की छात्रा से । लाश की पहचान गुम छात्रा के रूप में होती है । अज्ञात लोगों ने बच्ची का गला रेत दिया था मामला चूंकि काफी संवेदनशील हो गया था इसलिए पुलिस के आला अधिकारी भी इस घटना की हर बारिकी पर नजर रख रहे थे ।
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने इस गंभीर मामले को देखते हुए एडिशनल एस पी नेहा पांडे के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन कर दिया है । इस मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना था कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही बाकी नतीजों पर पहुंचा जाएगा ।
प्रथम दृष्टया लोग रेप के बाद हत्या करना मान रहे हैं लेकिन ये पीएम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि हत्या के पहले क्या हुआ । बहरहाल इस गंभीर मामले ने चौदह साल पहले हुई उस घटना की तरफ भी लोगों का ध्यान मोड़ दिया है जब नगर के सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाली एक बच्ची की भी इसी तरह से हत्या हुई थी ये मामला अभी भी पुलिस के लिए चुनौती के रूप में है क्योंकि उस अपराध के अपराधी अभी भी पुलिस के शिकंजे से बाहर हैं ।
मासूम बच्चीयों के साथ होने वाले ऐसे हादसे कहीं न कहीं पूरे समाज पर कलंक हैं और ये सोचने पर मजबूर करते हैं कि आखिर इतनी गंदी सोच रखने वाले इंसान कैसे सभ्य समाज का हिस्सा बने रहते हैं । और कैसे हम अपनी प्रगति और सभ्यता के अंधेरे में गुम रहते हैं । इस गंभीर और चिंताजनक घटना के बाद शहर के लोगों ने एक कैंडल मार्च भी निकाला है और पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने की मांग की है ।