12वीं के स्टेट टाॅपर को इंजीनियरिंग करने छत्तीसगढ़ पुलिस करेगी आर्थिक मदद ।
टिकेश वैष्णव की कमजोर आर्थिक स्थिति पर डीजीपी अवस्थी ने दिया सहायता का आश्वासन ।
दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 30.06.2020
रायपुर ब्यूरो
रायपुर – छत्तीसगढ़ पुलिस को आज सैल्यूट करने का मन हो रहा है । आज पुलिस ने वाकई में बेहतरीन कार्य किया है । बारहवीं में प्रदेश भर में टाॅप करने वाले मुंगेली के टिकेश वैष्णव की आगे की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया गया । और ये आश्वासन प्रदेश के डीजीपी डीएम अवस्थी ने स्वयं दिया ।
डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज पुलिस मुख्यालय में 10वीं और 12वीं कक्षा की मेरिट लिस्ट में आये मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया। सम्मान समारोह में मुंगेली जिले के 12वीं के स्टेट टाॅपर टिकेश वैष्णव ने कहा कि वो बिट्स पिलानी से कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है।
टिकेश ने बताया कि उनके पिता की छोटी सी दुकान है जिससे इंजीनियरिंग की फीस जमा कर पाना संभव नहीं है। मेरे पिता दिन-रात मेरी फीस के लिए ही चिंतित रहते हैं। इस पर श्री अवस्थी ने कहा कि आपके पिताजी को फीस की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम आपको फीस के लिए आर्थिक सहयोग देंगे। आप अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाइये और बिट्स पिलानी जाने की तैयारी करिये।
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष से ही सफलता मिलती है। सफलता ना मिलने पर निराश नहीं होना चाहिए। जीवन एक मैराथन दौड़ की तरह है जिसमें हार-जीत लगी रहती है, और ये जरूरी नहीं कि दौड़ की शुरूआत में जो आगे हो अंत में वही जीते। इसलिए माता-पिता को भी बच्चों के प्रतिशत पर ध्यान देने की बजाय उन्हें अच्छा और सफल इंसान बनाने पर जोर देना चाहिए। श्री अवस्थी ने कहा कि आप लोग पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान दें। शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल बहुत ही जरूरी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कोर्स की किताबों के साथ ही अन्य अच्छी किताबें पढ़ने की सलाह दी।
श्री अवस्थी ने 12वीं कक्षा में पहली रैंक पर आये मुंगेली के टिकेश वैष्णव, सातवीं रैंक पर आई रायपुर की आयशा अंजुम, 10वीं रैंक पर आये रायपुर के देवेन्द्र कुमार तारक, व्यवसायिक में पहली रैंक पर आयीं दुर्ग की मिनाल हिरवानी, 10वीं कक्षा में पहली रैंक पर आयीं मुंगेली की प्रज्ञा कश्यप, पांचवीं रैंक पर आये रायपुर के विरेन्द्र कुमार तारक और नवमीं रैंक पर आये दुर्ग के आदर्श गिरि को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।