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तपती धूप ,नंगे पैर और 300 किमी का सफर ।

लाॅक डाउन में बढ़ी मुश्किलें , लेकिन उपाय भी तो कुछ नहीं ।

रायपुर से पैदल चले मध्यप्रदेश की ओर ।

 

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 29.03.2020

संजीव शुक्ला

करगीरोड कोटा – प्रदेश में लाॅक डाउन का आज चोैथा ही दिन है । प्रदेश के साथ पूरे देश की गति थम गई । ट्रेन ,बस सब के पहिए थम गए । सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और उससे बचने के लिए लाॅक डाउन कर दिया । लेकिन जो लोग अपने घरों से सैकड़ों किमी दूर कमाने खाने के लिए गए थे अब मुश्किल में आ गए हैं ।


प्रदेश की राजधानी में यूपी बिहार के साथ ही मध्यप्रदेश के मजदूर भी काफी मात्रा में काम करने आते हैं । गाड़ियों के पहिए थमने , काम बंद होने तथा जिस फैक्ट्रि में ये मजदूर जिस ठेकेदार के जरिए काम करते थे वो फैक्ट्रि बंद है और ठेकेदार खुद अपने मजदूरों को छोड़कर अपने घर भाग गया । ऐसे में इन लोगों के सामने वहां भूखमरी की समस्या सामने आ गई और तब ये लोग रायपुर से अपने गांव जो कि लगभग तीन सौ किमी होगा पैदल ही तय करने निकल गए ।


ऐसे ही मजदूरों का एक दल रायपुर से दो दिन पहले निकला जो आज सुबह कोटा जनपद के शिवतराई गांव पहुंचा । इस दल पुरूषों के साथ महिलाएं और एक सात साल का बच्चा भी है । पुरे रास्ते ये लोग भुखे प्यासे ही तय करते रहे लेकिन मानवता अभी खतम नहीं हुई है । शिवतराई में वन विभाग के कर्मचारी सुरेश नवरंग ने इनकी तकलीफ सुनी तो तुरंत पंचायत को खबर की और इनके रूकने खाने के इंतजाम में लग गए । पंचायत ने इसके बाद पूरी व्यवस्था संभाल ली यहां के सरपंच प्रतिनिधि दाउराम और सचिव गंगाराम ने सभी के खाने की व्यवस्था की है और इन्हें अमरकंटक तक छोड़ने की व्यवस्था में लगे हैं ।


रायपुर से पैदल यहां तक का सफर तय करने वाले रोहित कुमार ने बताया कि वे लोग रायपुर से दो दिन पहले अपने गांव मध्यप्रदेश डिंडौरी जिला जाने के लिए निकले हैं । पुरा रास्ता उन्होंने पैदल और भूखे ही तय किया है । दो दिन बाद आज यहां खाना खाएंगे ।


सरपंच प्रतिनिधि दाउराम ने बताया – सुबह जब ये लोग हमारे पंचायत पहुंचे तो उनकी तकलीफ देखी नहीं गई हमने सभी के लिए खाने की व्यवस्था की है और इन्हें अमरकंटक तक छोड़ने की व्यवस्था कर रहे हैं ।

ये हाल कमोबेश हर तरफ देखने में आ रहा है । काम बंद होने और पैसों की कमी ने लोगों को पैदल ही अपने घरों का रूख करने मजबूर कर दिया है । लोग लाॅकडाउन के महत्व को तो समझ रहे हैं लेकिन जिंदगी से मजबूर भी है । सरकार को चाहिए कि इस समय जो जहां है उसकी व्यवस्था वहीं कर दी जाए जिससे वो बाहर ना निकल पाए ।


लाॅकडाउन के दिन से कोटा में बोल बम समिति वालों ने भी शहर में दोनों टाईम ऐसे लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की है जो बाहर से आ रहे हैं या जिनके यहां खाने के लिए कुछ भी नहीं है । समिति के द्वारा दोनों टाईम लगभग पचास से सौ लोगों को खाना उपलब्ध करवा रही है ।

संकट के समय में देश की ये एकता ही देश का बचाएगी , मानवता को बचाएगी । यकीन रखिए जीत हमारी ही होगी बस प्रशासन और सरकार का सहयोग कीजिए ।

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