सेंट जेवियर्स स्कूल प्रबंधन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें ।
अकाउंटेंट के ठगी के शिकार हुए पालकों में आक्रोश , जो काम प्रबंधन को करना चाहिए वो पालकों से करने बोल रही ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 08.07.204
करगीरोड कोटा – सेंट जेवियर्स स्कूल और विवाद का काफी करीबी नाता रहा है ऐसा कोई सत्र नहीं होता जब सेंट जेवियर्स स्कूल से कोई विवाद निकल कर बाहर ना आए । लेकिन इस बार जो विवाद और घटना सामने आई है वो काफी गंभीर है और इसने सेंट जेवियर्स स्कूल की साख पर बट्टा लगाने का काम किया है ।
एक जानकारी के अनुसार यहां के अकाउटेंट जेहान ने कई पालकों को अंधेरे में रखकर उनसे स्कूल फीस के पैसे अपने खाते में डलवा लिए और फरार हो गया । इस बात की जानकारी के बाद कई पालकों ने स्कूल प्रबंधन से इस बारे में शिकायत की । पहले तो स्कूल प्रबंधन ने ना नुकुर की ,फिर कहा कि अकाउटेंट से बात हो गई है वो अपनी सैलरी से थोड़ा थोड़ा पैसा देगा तो उसे पालकों को दिया जाएगा और फीस के लिए ज्यादा तंग नहीं किया जाएगा , स्कूल प्रबंधन ने पालकों से इस बारे में लिखित में आवेदन देने के लिए भी कहा । लेकिन इस वादे के दो दिन बाद ही जब पालको ने लिखित आवेदन दिया तो स्कूल प्रबंधन अपनी बात से मुकर गया ।
और मजे की बात जो काम स्कूल प्रबंधन को अपने कर्मचारी पर करना था अब स्कूल प्रबंधन ने हाथ खड़े करते हुए पालकों से कह दिया कि वे स्वतंत्र है जो पैसे लेकर भागा है उस पर एफआईआर करवा दें । जबकि होना ये था कि स्कूल प्रबंधन अपने इस कर्मचारी के उपर एफआईआर करवाता लेकिन प्रबंधन इस कर्मचारी को क्यों बचाने में लगा है ये समझ से बाहर की बात है ।
अंदरूनी सूत्रों से ये पता चला है कि सभी पीड़ित पालक अलग से बैठक करने वाले हैं और उसके बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर करवाने वाले हैं । एक पालक ने कहा कि हमें कर्मचारी से क्या मतलब हमने तो स्कूल के कर्मचारी को पैसा दिया है । स्कूल को अपने ऐसे कर्मचारी पर एफआईआर करवाना चाहिए ।
बहरहाल इस गंभीर मामले पर अभी तक किसी उच्च अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया है और स्कूल प्रबंधन भी इस तरफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे है ऐसे में पालकों के साथ हुए इस धोखे का क्या रिजल्ट निकलता है देखना होगा ।
वैसे एक बात तो तय है कि जिस शिक्षा के मंदिर को समाज में आदर्श मानक तय करने चाहिए वो स्कूल समाज में कुछ और ही माहौल तय करने में लगे हैं । शहर में अंग्रेजी स्कूलों के नाम पर आई बाढ़ शहर में शिक्षा का कैसा मानक तय करती है देखना होगा ।