प्रधानमंत्री आवास की राशि हितग्राही के खाते से पहुंच गई रोजगार सहायक के खाते में ।
शिकायत के बाद वापस मिली राशि ।
कोटा जनपद पंचायत के करगीखुर्द पंचायत का मामला ।
दबंग न्यूज लाईव
07 जूलाई 2024 रविवार
करगीरोड कोटा – कोटा जनपद पंचायत के सभी 103 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास की हालत अत्यंत दयनीय है यहां के सभी पंचायतों में सैकड़ों की संख्या में प्रधानमंत्री आवास आधे अधुरे हैं । वैसे तो कोटा जनपद पंचायत के अंतर्गत होने वाले निमार्ण कार्यों में बड़े पैमाने पर धांधली चल रही है और कई पंचायतों में निर्माण कार्य आधे अधुरे हैं और इसकी राशि को उपर से लेकर नीचे बैठे लोग खाकर डकार चुके हैं । ऐसे अधुरे निर्माण कार्य की खबर विस्तार से अगले अंक में ।
आज जानिए कैेसे एक रोजगार सहायक ने एक हितग्राही के प्रधान मंत्री आवास की 23 हजार की राशि जो ग्रामीण बैंक में थी उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा जनपद के करगीखुर्द ग्राम पंचायत से ये मामला निकल कर सामने आ रहा है इसमें पंचायत के रोजगार सहायक प्रदीप श्याम ने एक हितग्राही रामकिशन यादव के खाते से 23 हजार रूपए अपने खाते में जमा करवा लिए और हितग्राही को इसकी हवा तक नहीं लगी । जब हितग्राही ने अपने बैंक स्टेटमेंट को देखा तो उसके होश उड़ गए उसके खाते से 23 हजार रूपए रोजगार सहायक के खाते में शांतिपूर्वक चले गए थे । हितग्राही ने कई बार रोजगार सहायक से पैसों की मांग की लेकिन रोजगार सहायक उसे घुमाते रहा थक हार कर हितग्राही ने इसकी शिकायत पांच जूलाई को एसडीएम कोटा से कर दी ।
ये पूरा मामला शुरू हुआ एक सितम्बर 2023 को इस दिन रामकिशन यादव के ग्रामीण बैंक कोटा के खाते से 23 हजार रूपए रोजगार सहायक प्रदीप श्याम के खाते में ट्रांसफर हुए और अब एक साल होते होते इस मामले का पटाक्षेप हुआ । लेकिन इस पटाक्षेप ने कई सवाल सिस्टम पर खड़े कर दिए । ये अलग बात है कि अब सिस्टम के हर पहलु के पास अपनी जिम्मेदारी से बचने के कई जवाब होंगे ।
इस पूरे मामले में जब करगी के रोजगार सहायक प्रदीप श्याम से बात की गई तो उनका कहना था – कोई मामला नहीं है सब निपट गया हितग्राही का खाता छोटा है इसलिए पूरा पैसा नहीं निकल पाता पूरा पैसा आरटीजीएस से निकलता है इसलिए ऐसा करना पड़ा फिर वो बाहर चले गया था तो दे नहीं पाया अभी वो बिलासपुर से आया है तो कल ही निकलवा के दिया हूं ।
वहीं इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता और हितग्राही रामकिशन यादव का कहना था – मेरा आवास तो पूरा बन गया है लेकिन कुछ काम बाकी है रोजगार सहायक ने शिकायत के बाद मेरा पैसा कल ही वापस कर दिया है । ये पिछले रक्षा बंधन के समय का मामला है मैे कई बार उससे अपने पैसे की मांग कर चुका था लेकिन वो दे नहीं रहा था इसलिए शिकायत करना पड़ा अब पैसे मिल गए हैं इसलिए अपनी शिकायत वापस ले लूंगा ।
बहरहार इस मामले के बाद उच्च अधिकारियों को अपने जनपद पंचायत में हो रहे सभी निर्माण कार्याें की जानकारी लेनी चाहिए कि आखिर उनके जनपद में ऐसे कितने काम हैं जो आधे अधुरे हैं और क्यों है ? इन कामों की स्थिति क्या है ? कितनी राशि जारी हो चुकी है ? और कितने का मूल्यांकन सत्यापन हुआ है ?