पंचायत ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुए किया बैठक ।
और निर्णय लिया कि सभी 25 लोगों के घर जाकर दी जाए समझाईश ।
दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 03.06.2020
Surja Gupta/ Vikash Tiwari
करगीरोड कोटा – कोटा के बरद्वार से एक पाजिटिव्ह केस सामने आने के बाद प्रशासन के साथ ही स्थानीय पंचायत भी सक्रिय हो गया है । प्रशासन ने पूरे गांव को सील कर दिया है तथा 25 ऐसे लोगों के सैंपल कलेक्ट किए हैं जिनका आना जाना संदिग्ध के प्लाट में था । गांव के ये लोग यहां मजदूरी करने जाते थे । दो दिन पहले ही कोटा के बरद्वार से पाजिटिव केस सामने आया था ।
पाजिटिव केस की हिस्ट्री जब प्रशासन ने छानी तो उन्हें पता चला कि उक्त व्यक्ति हरियाणा के तरफ का रहने वाला है तथा बरद्वार और टाडा की सीमा पर उसका प्लाट और खेत है तथा यहां बरद्वार के काफी लोग मजदूरी करने जाते थे । जानकारी एकत्रित करने के बाद 25 ऐसे लोगों को चिन्हित किया जो प्लाट में रोजाना काम के लिए जाते थे । स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी का सैम्पल इकट्ठा किया है और जांच के लिए लैब भेजा है ।
इस बीच स्थानिय पंचायत ने भी पंच आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानीनों की बैठक आयोजित की । बैठक बाहर मैदान में आयोजित की गई और पर्याप्त दुरी बना कर कुर्सीयां रखी गई । बैठक में पंचायत ने निर्णय लिया कि सभी लोगों के घर जाकर उन्हें 14 दिन होम आईसोलेशन में ही रहने की समझाईश दी जाए तथा इस नियम का कड़ाई से पालन करवाया जाए । इसके अलावा गांव में भी लोगों को मास्क लगाने तथा सेनेटाईज के उपयोग के बारे में बतया जाए ।
लेकिन प्रशासन और पंचायत के प्रयासों के बाद भी आज सुबह गांव के ही कुछ लोगों ने गांव को सील करने के लिए लगाए गए बाड़े को तोड़ दिया फिर गांव के ही कुछ जागरूक लोग उसे सुधारने में सुबह से लगे हुए हैं । गांव के लोगों को समझना चाहिए कि प्रशासन और पंचायत उन्हीं के भलाई के लिए काम कर रहे हैं इस तरह व्यवस्था बिगाड़ के वे अपने साथ पूरे गांव को संकट में ढकेल रहे हैं ।
लेकिन यदि इतना ही अपने यहां के लोग समझ जाते तो फिर प्रशासन को इतनी मशक्कत ही क्यों करनी पड़ती ? क्यों बाड़ लगानी पड़ती ? और क्यों लोगों को जबरन क्वांरटाईन सेंटर में रखा जाता !