
दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 13.12.2025
करगीरोड कोटा – कोटा जनपद के ग्राम पंचायत अमाली में खुलने वाले कोल वाशरी के लिए छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा 22 तारीख को 16 ग्राम पंचायतों की जनसुनवाई कोटा के निरंजन केशरवानी कालेज के उस मैदान में होना जहां आज तक एक खेल भी आयोजित नहीं हुए मतलब जहां कोटा के खेल भविष्य को बनाने के खेल होने थे अब उस मैदान में कोटा के पर्यावरण को बिगाड़ने का खेल खेला जाएगा । लेकिन इसके पहले ही विरोध की कई आवाज उठने लगी है ये अलग बात है कि इस विरोध का कितना असर होता है ये उसी दिन पता चलेगा ।

कोटा क्षेत्र में मेसर्स विराज अर्थ फ्यूजन प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा कोटा क्षेत्र में एक भारी भरकम कोल वाशरी खोलना प्रस्तावित है । यूं तो कोटा क्षेत्र पहाड़ों ,नदीयों और जंगलों से घिरा हुआ है यहां टाईगर रिजर्व की सीमा भी लगती है लेकिन इन दिनों कोटा के आस पास का पर्यावरण अपने निम्नतम स्तर की ओर जा रहा है ।
पहले से ही यहां के लोग कटते जंगल नदीयों से निकलते रेत और कोल वाशरी से परेशान थे ऐसे में एक ओैर कोल वाशरी के खुलने से यहां के लोगों का स्वास्थ्य कोल माइंस के लोगों के समान हो जाएगा मतलब कोटा का स्वच्छ पर्यावरण और धरती कोल माइंस के बिना भी कृत्रित रूप से बनाए जा रहे कोल डस्ट से परेशान होने वाले हैं ।

कोटा क्षेत्र के आस पास के 16 ग्राम पंचायत जिनमें अमाली , बिल्लीबंद ,उमरमरा ,जोगीपुर ,नवागांव ,कुंवारीमुडा ,लालपुर ,सलका ,पोडी ,छेरकाबांधा ,बांकीघाट ,कलारतराई ,खुरदुर,चंगोरी,पीपरतराई ,अमने ,खरगहनी,गोबरीपाट जैसे पंचायतों के प्रतिनिधियों ने आज एक ज्ञापन इस जनसुनवाई के विरोध में एसडीएम कोटा को सौंपा है ।
ज्ञापन में नौ बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई गई है । आपत्ति दर्ज करवाते हुए जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि जनसुनवाई कोटा कालेज के मैदान में क्यों रखी गई है । साथ ही उन्होंने कोलवाशरी के भारी वाहनों के आने जाने के लिए सड़क का ना होना बताया है और कहा है कि अमाली तक जाने के लिए पीएमजेएसवाय की सड़क ही है जो कोलवाशरी के भारी वाहनों के लिए उपयुक्त नहीं है । इस ज्ञापन में सबसे प्रमुख बात ये लिखि गई है कि पूर्व में बिना पेसा कमेटी और गा्रम सभा के ही फर्जी तोैर पर कोलवाशरी को अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया गया है जो कि अनुचित है । इसके अलवा भी कई अन्य बिंदुओं पर आपत्ति जताई गई है ।

प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढने लगी है ग्रामीणों ने बताया है कि मौजूदा कोल वाशरी से भारी मात्रा में धूल उड़ रही है, जिससे फसलें खराब हो रही हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं। उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है स ग्रामीण इस नए खुलने वाली कोल वाशरी को अपने गांवों के लिए काल बता रहे हैं और कहा कि हम इसका कड़ा विरोध करेंगे ।
बहरहाल 22 दिसम्बर को कोटा के कालेज मैदान में जिस मैदान में आज तक कोई खेल आयोजित नहीं हुए वहां पहली बार क्षेत्र के पर्यावरण को बिगाड़ने का खेल खेला जाएगा । गा्रमीणों की नाराजगी को देखते हुए प्रषासन भी चाक चौबंद व्यवस्था रखेगा इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता ।



