डा.सी.वी.रमन विश्वविद्यालय से पढाई पूरी लेकिन मार्कशीट के लिए भटकते छात्र ।
दो सालों में भी नहीं मिली मार्कशीट , प्रबंधन पर असर नहीं ।

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 30.09.2025
बिलासपुर/कोटा – प्रदेश के सबसे बड़े नीजि विश्वविद्यालय डा सी वी रमन विश्वविद्यालय का प्रबंधन अपने छात्रों के प्रति कितना संवेदनशील और गंभीर है ये इसी बात से पता चलता है कि यहां से पास आउट कई छात्र छात्राओं को दो दो साल तक मार्कशीट नहीं मिल पाई है जिसके कारण छात्रों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय में डीसीए और फार्मेसिस्ट फैकल्टी के कई छात्र छात्राओं को दो साल से ओरिजनल मार्कशीट नहीं मिल पाई है । छात्र छात्राओं ने कई बार इस बारे में प्रबंधन से मौखिक ओैर लिखित में शिकायत की है लेकिन प्रबंधन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया ।
नाम ना छापने की शर्त पर फार्मेसिस्ट के एक छात्र ने बताया कि पिछले समय प्रदेश में फार्मेसिस्ट का पद निकला था लेकिन मै उसे भर नहीं पाया क्योंकि इसमें फार्मेसिस्ट काउंसिल में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी था लेकिन मेरे एक सेमेस्टर की मार्कशीट नहीं मिलने के कारण मेरा वहां रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था ।
इसी प्रकार डीसीए की भी एक छात्रा ने बताया कि उसने 2023-24 में डीसीए की परीक्षा पास कर ली है लेकिन अभी तक उसे मार्कशीट नहीं दी गई है । मैने कई बार विश्वविद्यालय में इसके लिए मौखिक और लिखित में आवेदन किया है लेकिन दो साल हो रहे है मार्कशीट ही नहीं मिली है ।
सबसे बड़े विश्वविद्यालय का तमगा लिए हुए विश्वविद्यालय का ये रवैया बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है । जब दो दो साल तक बच्चों को मार्कशीट उपलब्ध नहीं हो पाएगी तो फिर बच्चे कैसे अपने भविष्य को बेहतर बना पाएंगें ।
इस सबंध में विश्व विद्यालय प्रबंधन के उप रजिस्टार से बात की गई थी लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला उनका कहना था कि “ बच्चों के नाम बता दीजिए तो दिखवा लेते हैं ऐसे तो बहुत बच्चे हैं ढूंढने में समय लगेगा ।“
जबकि विश्वविद्यालय प्रबंधन को अपने सभी फेकल्टी के परीक्षा संबंधी रिकार्ड देख लेने चाहिए कि किसे मार्कशीट नहीं मिली है ये कोई बहुत कठिन काम नहीं है आजकल सभी डिजिटल प्रोसेस में है और एक बटन से सारी जानकारी स्क्रिन पर आ जाती है । देखना होगा प्रबंधन कब तक ऐसे बच्चों को मार्कशीट उपलब्ध करवा पाता है जिन्हें ये साल दो साल से मिले नहीं है ।