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पूर्व सांसद पुत्र ने जनपद अध्यक्ष व पत्रकारों पर मारपीट का लगाया आरोप ।

पुलिस ने किया अपराध दर्ज ।

इधर जनपद अध्यक्ष और पत्रकारों ने सौंपा अपनी बात का ज्ञापन ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 10.05.2020

 

सूरजपुर – पूर्व सांसद पुत्र व जनपद अध्यक्ष के बीच कथित मारपीट का मामला सियासी रूप लेता जा रहा है और मामले में जहां आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। वहीं पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए जा रहें है। बताया जाता है कि बीते 5 मई को भाजपा के पूर्व सांसद कमलभान सिंह के पुत्र नागेन्द्र प्रताप सिंह के साथ लांची में कथित रूप से मारपीट हुई है।


पूर्व सांसद के पुत्र नागेन्द्र प्रताप सिंह ने थाने में जो लिखित शिकायत दी है उसमें आरोप है कि वे घटना दिवस को ग्राम लांची में अपने वाहन चालक को खोजने आए थे इसी दौरान उनके साथ जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह सहित पांच अन्य जिसमें दो पत्रकार भी शामिल है, के द्वारा मारपीट की गई और उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।


कोतवाली पुलिस ने पूर्व संासद के पुत्र नागेन्द्र की शिकायत पर जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह सहित गुलजार अंसारी, खेमचंद विश्वकर्मा, पत्रकार कौशलेन्द्र यादव, सुभाष गुप्ता व एक अन्य के विरूद्ध धारा 147, 149, 341, 294, 506, 323, 427, 188 महामारी अधिनियम 3 के साथ साथ एक्ट्रोसीटी एक्ट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

दूसरी तरफ जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह ने पुलिस अधीक्षक के नाम दिए ज्ञापन में मामले को आपसी रंजिश का नतीजा बताते हुए झूठे मामले में फसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि घटना दिवस को वे सूरजपुर गए थे। जहां से लौटते वक्त बेलटिकरी मार्ग में पूर्व सांसद के पुत्र बीच सड़क में गाड़ी खड़ी कर किसी से विवाद कर रहे थे जिस पर मैने समझाने की कोशिश की और रास्ते से गाड़ी हटाने को कहा और इसके बाद मंै वहां से चला गया। दूसरे दिन पता चला कि मेरे विरूद्ध ही मारपीट की शिकायत दर्ज करा दी गई। जबकि इससे मेरा कोई लेना देना नही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि चूंकि पूर्व सांसद व उनके पुत्र से उनकी पुरानी रंजिश है इस लिए उन पर झूठा रिपोर्ट लिखाया गया है। उन्होने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया है कि जब वे खुद गोंड़ जाति के है इसके बावजूद उन पर एक्ट्रोसिटी एक्ट लगाना नियम विरूद्ध है। उन्होंने मामले में नए सिरे से जांच की मांग करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया है।

इधर कौशलेन्द्र यादव व सुभाष गुप्ता ने भी अलग ज्ञापन देकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए है। इन्होंने कहा है कि इस घटना से उनका दूर दूर तक कोई वास्ता नही है। इसके बावजूद वे आरोपी बना दिए गए है। उनका कुसूर सिर्फ इतना है कि वे जनपद अध्यक्ष की खबरों को प्राथमिकता के साथ जगह दे रहे है। उन्होंने भी मामले की जांच कराकर न्याय की मांग की है।

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