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वाह गुरूजी – राशन बांटना था घर घर बुला लिए स्कूल में सभी बच्चे ।

रतनपुर के भेड़ीमुड़ा स्कूल के प्रधान पाठक का कारनामा ।

प्रधान पाठक का कहना – कलेक्टर ने उन्हें ऐसा करने के लिए कहा ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार -03.04.2020

रतनपुर – प्रदेश सरकार ने स्कूल में बनने वाले मध्यान्ह भोजन के राशन को सभी बच्चों के यहां पहुंचाने का निर्देश स्कूल को दिया है । इसके तहत हर स्कूल अपने यहां दर्ज बच्चों को जिन्हें मध्यान्ह भोजन दिया जाता है उनके यहां पैकेट बनाकर राशन पहुंचाएंगे ।


लेकिन यदि अपने यहां काम सिस्टम से और दिशा निर्देश के तहत होने लगे तो फिर बात ही क्या है । निर्देश और नियम तो बनते ही हैं टुटने के लिए । ऐसा ही कारनामा किया रतनपुर के भेड़ी मुड़ा प्राथमिक स्कूल के प्राचार्य ने इन्होंने बच्चों के यहां राशन पहुंचाने की जगह स्कूल में ही सभी को बुला लिया । और गुरूजी के आदेश के बाद बच्चों का पूरा दल स्कूल पहुंच गया और लग गई यहां भीड़ । फिर ना तो लाॅक डाउन और ना ही सामाजिक दुरी का नियम काम आया । और आएगा भी कैसे जब इसे समझाने की जिम्मेदारी उठाने वाला समूह ही इसे तोड़ दे ।


प्राप्त जानकारी के अनुसार भेड़ीमुड़ा प्राथमिक स्कूल में बच्चों की भीड़ राशन लेने के लिए पहुंच गई । इससे कोरोना वायरस से बचने के लिए बनाए गए पूरे नियम कानून ध्वस्त हो गए ।
स्कूल के प्राधान अध्यापक सी आर भगत का कहना है कि ऐसा करने के लिए बिलासपुर कलेक्टर ने ही उनसे कहा था । उन्होंने कुछ गलत नहीं किया सब दिशा निर्देश के तहत ही हो रहा है ।

शुक्रवार को मध्यान्ह भोजन वितरण के नाम पर यहां बच्चों का जमावड़ा लगाया गया । मध्यान भोजन लेने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल पहुंच गए जो लंबी कतार लगाकर मध्यान भोजन का राशन लेते देखे गए । इसकी सूचना पाकर स्थानीय लोग और मीडिया भी पहुंची, जिन्होंने नियम भंग का हवाला दिया तो उल्टे प्रधानाचार्य शासन के आदेश का पालन करने की बात कहने लगे। जाहिर है बच्चों के इस तरह इकट्ठा होने से संक्रमण का खतरा फैल रहा है तो वहीं सरकारी कर्मचारी स्वयं शासन के आदेशों का उल्लंघन कर रहा है।

इस तरह से कोरोनावायरस के संक्रमण से लड़ना आसान नहीं होगा। पूरे क्षेत्र में प्राथमिक स्कूल के प्रधानाचार्य की हरकत चर्चा में है। अफसोस इस बात का है कि उन्हें अपनी गलतियों का एहसास तक नहीं हो रहा और वे खुद को सही साबित करने के लिए उटपटांग दलील दे रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि इस मामले के उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ऐसे ही स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई करेगी। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय भेड़ी मुड़ा के प्राचार्य सी आर भगत तो दावा कर रहे हैं कि उन्हें ऐसा करने के लिए स्वयं कलेक्टर डॉ संजय अलंग ने कहा है , तो वहीं प्राथमिक भेड़ी मुड़ा के प्राचार्य रामेश्वर प्रसाद लाश्कर का दावा है कि वे शासन के निर्देशानुसार ही अपने स्कूल में यह गतिविधियां चला रहे हैं ।हालांकि इस मुद्दे पर बिलासपुर कलेक्टर ने तत्काल जांच कराने का भरोसा दिलाया है।

 

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