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क्या है करहीकछार पाजिटिव की हिस्ट्री ? और क्या है क्वारंटाईन सेंटर के हालात ।

तीन दिन पहले किया गया था अस्पताल में भर्ती ।
संदेह था तो फिर क्यों यहां लाकर छोड़ा गया ?

 

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 09.06.2020

 

बेलगहना – कल रात को कोटा विकासखंड से आये कोरोना पाजिटिव के बारे में रात भर जो असंमंजस की स्थिति रही उसकी देर रात पुष्टि हुई कि वो कोटा नहीं बेलगहना के पास स्थित ग्राम पंचायत करहीकछार के केकराडीह के क्वारंटाईन सेंटर में रहने वाली है । जानकारी होने के बाद रात एक बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम केकराडीह फाटकपारा के क्वांरटाईन सेंटर पहुंची और उस महिला को बिलासपुर ले गई ।

इस महिला के बारे में ये जानकारी बाहर निकलकर आ रही है कि तीन दिन पूर्व ही इस महिला की तबीयत खराब हुई थी और उसे बिलासपुर सिम्स ले जाया गया था जहां संदेह के आधार पर उसका सैंपल लिया गया था । सैंपल लेने के बाद उसे फिर से केकराडीह सेंटर भेज दिया गया और वो महिला फिर से यहां रह रहे आठ लोगों के संपर्क में आ गई । तीन दिन बाद इस महिला की रिपोर्ट पाजिटिव आई है जिसके बाद से सेंटर में दहशत है इसके साथ ही अब प्रशासन बाकी आठ लोगों के भी सेैपल लेने आज आएगा ।


प्राप्त जानकारी के अनुसार ये महिला 27 मई को यहा आई थी इस बीच 27 मई के बाद इस सेंटर में रहने वाले 29 मजदूर अपनी 14 दिन की मियाद पुरी कर बाहर आ गए जो बाहर निकले है उनका संपर्क भी इस महिला से हुआ था अब हो सकता है प्रशासन उन लोगों के भी सैंपल ले जो इस महिला के यहां आने के बाद इस सेंटर से निकले हो लेकिन इस बीच बाहर निकले लोग कितनों के संपर्क आए होंगे और वो कितनो के संपर्क में आए होंगे इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता ।


इस पूरे मामले में प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट नजर आ रही है । प्रशासन इन मामलों में कितना गंभीर है ये इसी से पता चलता है कि पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी एक्टिव केस की पहचान करने में घंटों लग जाते हैं कि वो कहां की है ? क्या सैंपल लेते समय उस व्यक्ति की पूरी डिटेल नही रहती जो ऐसी भ्रम की स्थिति पैदा हो ? क्या सैंपल के पाजिटिव आने के बाद ये कंफर्म नहीं हो जाना चाहिए कि वो केस किस सेंटर का है ? और जब तीन दिन पहले इस महिला का संदेह के आधार पर सैंपल लिया गया तो फिर क्यों सेंटर में लाकर छोड़ दिया गया ? ऐसे बहुत से सवाल है जो प्रशासन की लापरवाही उजागर करते हैं ।

क्वॉरेंटीन सेंटर प्रभारी आर एल चंद्रा ने बताया कि उक्त महिला की तबीयत 3 दिन पहले कुछ खराब होने पर उसे बिलासपुर सिम्स अस्पताल ले जाया गया था जहां उसका कोरोना जांच सैंपल लिया गया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस महिला को बिलासपुर कोविड अस्पताल ले जाया गया है ।

फिलहाल अब कंटेनमेंट जोन घोषित करने और करहीकछार के तीन किमी के एरिया को सील करने की तैयारी की जाएगी लेकिन पिछले दो चार या छह दिनों में यहां के लोग आस पास के कितने लोगों के संपर्क में आए होंगे इसे ट्रेक करना मुश्किल है ।
दबंग न्यूज लाईव आप सभी से अनुरोध करता है कि आप अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखें । जितना हो सके लोगों के संपर्क से बचे । उतना ही बाहर निकले जितना जरूरी हो । 8 तारीख से सब खुलने का मतलब ये नहीं है कि कोरोना का खतरा कम हो गया यकीन मानिए ये और बढ़ रहा है इसे सिर्फ आप रोक सकते हैं ।

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