मोटी रकम देकर अपने चहेतों को दुकान आंबटन का आरोप ।
सरपंच ने कहा सभी काम नियम से हुए हैं ,राजनैतिक द्वेष के कारण शिकायत ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 20.03.2020
मरवाही – निस्तारी तालाब की मेढ़ में मरवाही पंचायत के सरपंच ने एक दो नहीं बल्कि पुरे सोलह व्यवसायिक दुकानों का निर्माण करा डाला । आरोप ये है कि इसके लिए ना तो शासन से अनुमति ली गई और ना ही लेआउट । सोलह में से ग्यारह दुकानों को पंचायत ने अपने अपने चहेतों को मोटी रकम में दे दिया और इस रकम का भी कोई हिसाब किताब पंचायत के पास नहीं है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मरवाही के पूर्व सरपंच योगेंद्र सिंह नहरेल के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बगैर ग्राम पंचायत प्रस्ताव पारित किए तथा शासन से अनुमति प्राप्त किए बस स्टैंड स्थित कुमार तालाब के मेड में सोलह व्यवसायिक दुकानों का निर्माण किया गया है जिसमें 11 दुकानों को मोटी रकम में पंचायत के ही लोगों को दिया गया है जिसकी राशि का कोई हिसाब-किताब नहीं है और दुकान का निर्माण कार्य जारी है ।
शिकायतकर्ता मरवाही निवासी राहुल नहरेल का आरोप है कि चूंकि यह शासकीय निस्तारी तालाब की भूमि है, इसलिए सर्वप्रथम इसका मद परिवर्तित करना आवश्यक था और शासन द्वारा भूमि आवंटन पश्चात विभागीय अनुमति मिलने के बाद ही इसमें व्यावसायिक दुकानों का निर्माण किया जाना था। परंतु सभी नियमों को दरकिनार करते हुए दुकानों का निर्माण किया गया है और किया जा रहा है ताकि इन दुकानों की बिक्री से अवैध लाभ अर्जित किया जा सके।
ग्राम पंचायत मरवाही के शिकायतकर्ता राहुल नहरेल, बूँदकुंवर मास्को व विभा नहरेल ने कलेक्टर गौरेला पेंड्रा मरवाही शिखा राजपूत व पेंड्रारोड के एसडीएम मयंक चतुर्वेदी को लिखित शिकायत कर तालाब की मेढ़ में बनाए जा रहे व्यवसायिक दुकानों में रोक लगाने व दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही करने की मांग की है।
इस बारे में पंचायत के पूर्व सरपंच और वर्तमान में सरपंच पति योगेन्द्र सिंह नहरेल का कहना था – दुकानों का निर्माण नियम के तहत ही किया गया है । तालाब की मेढ़ पर नहीं । जिन लोगों ने शिकायत की है वे पंचायत चुनाव में हारे हुए लोग हैं राजनैतिक द्वेष के चलते शिकायत कर रहे हैं । यदि हम गलत काम करते तो जनता हमें चुनाव में नहीं जिताती । पंचायत में कोई भी कार्य नियम विरूद्ध नहीं हो रहे हैं ।
इस बारे में जनपद के इंजिनियर विजेन्द्र का कहना था – शासन के आदेश से ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्माण करवाया जा रहा है । मैं तो एक दो साल से ही काम देख रहा हूं । दुकानों का निर्माण तालाब की मेढ पर नहीं हो रहा है ।