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सेंट जेवियर्स स्कूल कोटा का एकाउंटेंट पालकों से लाखों की फीस लेकर फरार ।

स्कूल ने पालकों को दिलाया भरोषा , मामले को सुलझाया जाएगा ।

दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 27.06.2024

Sanjeev Shukla

करगीरोड कोटा – कोटा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल से एक बहुत ही बड़ा और गंभीर मामला निकल कर सामने आ रहा है ।  यहां के एकाउंटेंट जेहान ने पालकों से बच्चों की फीस के लगभग आठ से दस लाख रूपए अपने खाते में डलवाए और फिर फरार हो गया । मामला तब सामने आया जब स्कूल प्रबंधन ने पालकों से फीस को लेकर बात की और फीस जमा करने के लिए कहा । स्कूल से आए फोन काल ने पालकों की नींद उड़ा दी क्योंकि पालकों ने समय पर स्कूल की फीस जमा करवा दी थी ।


प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा के सेंट जेवियर्स स्कूल में जेहान नामक कर्मचारी एकाउटेंट का काम पिछले कई साल से देख रहा था । सूत्रों के अनुसार जेहान ने तकरीबन तीस से चालिस पालकों से स्कूल फीस के प्रत्येक से दस से बीस हजार रूपए अपने व्यक्तिगत खाते में जमा करवा लिए ये संख्या कम और ज्यादा हो सकती है क्योंकि इसके पुख्ता आंकड़े हमारे पास नहीं है । पालकों ने स्कूल के एकाउटेंट जेहान के कहने पर स्कूल फीस उनके खाते में जमा कर दी । मार्च के बाद जब स्कूल ने अपना बैलेंस शीट देखा तब उन्हें पता चला कि स्कूल के खाते में भारी हेर फेर है ।

इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने अपने स्तर पर जांच शुरू की तब सारा मामला सामने आया लेकिन तब तक एकाउटेंट यहां से फरार हो चुका था । इस जानकारी के बाद कोटा के कुछ पालकों ने दबंग न्यूज लाईव से इस पूरे मामले की शिकायत की और जानकारी दी कि उन्होंने फीस जमा कर दी है लेकिन उसके बाद भी स्कूल के द्वारा उनसे फीस को लेकर दबाव बनाया जा रहा है ।


कोटा सी.वी.रमण के प्राध्यापक डा के के पाण्डेय ने बताया कि – उनके बच्चे सेंट जेवियर्स में पढ़ते हैं कई बार यहां का अकाउटेंट घर आकर ही फीस की राशि लेकर चले जाता था और रसीद दे दिया करता था इस बार भी उसने फीस अपने खाते में ली हमने स्कूल का कर्मचारी होने के कारण भरोसे में उसे फीस दे दिया लेकिन बाद में पता चला कि उसने ऐसा कई लोगों के साथ किया है फरार हो गया है ।

कोटा के एक पालक राजेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने दो बच्चों के कोटा से भरनी स्कूल में ट्रांसफर के फीस के नाम से चालिस हजार रूपए एकाउटेंट जेहान के खाते में आनलाईन ट्रांसफर किया था लेकिन वो पैसा स्कूल में जमा नहीं हुआ बताया गया । मेरे बच्चे अब इस स्कूल में नहीं पढ़ रहे हैं ऐसे में मेरे पैसे कैसे वापस होंगे ।

एक और पालक भरत गुप्ता ने भी स्कूल पर आरोप लगाते हुए कहा कि – मैने भी फीस के चालिस हजार रूपए एकाउटेंट जेहान के खाते में जमा कराए थे लेकिन पता चला कि फीस ही जमा नहीं हुई है । हमने तो स्कूल के कर्मचारी को देखते हुए फीस की राशि दी ये स्कूल को देखना चाहिए कि उसका स्टाफ क्या कर रहा है ।

इस पूरे मामले में सेंट जेवियर्स कोटा की प्राचार्या मधुमालनी जॉन का कहना था – ये मामला  हमारे सामने आया है लेकिन पालकों ने उसके पर्सनल खाते में पैसे डाले हैं । इसके बाद भी हमने सभी से पुरी डिटेल मांगी है ताकि इस मामले को ठीक किया जा सके जिसका भी पैसा इस प्रकार से उसने लिया है उन्हें रियायत दी जाएगी । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एफआईआर तो करवा दें लेकिन इससे पालकों का पैसा नहीं निकल पाएगा उसने कहा है कि वो अपनी सैलरी से धीरे धीरे सभी का पैसा वापस कर देगा जैसे जैसे पैसा आएगा हम पालकों को देंगे ।

सेंट जेवियर्स स्कूल से मैनेजमेंट की सुप्रिया प्रसाद ने इस पूरे मामले में कहा कि – ये मामला सामने आया है हमने पेरेंट लोगों से बात करके सारी डिटेल ले रहे हैं इस मामले में प्रबंधन सख्त एक्शन लेगा और किसी भी पालक के साथ गलत नहीं होने देगा ।

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