आाखिर हादसों के बाद ही क्यों जागते हैं हम ?
एक बच्चे की मौत के बाद जागे बीएमओ साहब , बड़े तत्काल प्रभाव से की कार्यवाही ।
लैब टेक्निशीयन को भेजा केंदा ,और डा तन्मय साहू को बेलगहना ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 12.08.2024
बेलगहना – सवाल उठता है कि हम आखिर हादसों के बाद ही क्यों जागते हैं ? एक्सिडेंट होने के बाद ब्रेकर…और ऐसे हादसों के बाद स्टाफ को इधर से उधर करना या फिर कुछ समय के लिए निलंबित कर देना ।लेकिन इन सबके बीच जो परिवार इस हादसे से गुजरता है और अनवरत पीड़ा झेलता है उसका क्या ? उसकी क्या गलती ? क्या सिस्टम के आगे आम जनता ऐसे ही पीड़ा सहते रहेगी ?
आज सुबह बेलगहना के करही कछार सेे दर्दनाक खबर निकलकर सामने आई नौ साल के बच्चे की मौत सिर्फ सिस्टम के नाकारा अधिकारियों और कर्मचारियों के चलते हो गई ।
इस हादसे के बाद कोटा के बीएमओ काफी तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने लगे । जिम्मेदार लैब टेक्निशीयन को अपने तत्काल प्रभाव से केंदा भेज दिया और सालों से एमबीबीएस डाक्टर की खाली कुर्सी पर कोटा से डा तन्मय साहू को बिठा दिया । क्या ये तत्काल कार्यवाही पहले नहीं हो सकती थी ? क्या इस छोटी प्रशासनिक सर्जरी के बाद सब ठीक हो जाएगा ? क्या लैब टेक्निशीयन केंदा में बेहतर काम करेगा ? सवाल कई हैं लेकिन जवाब कुछ नहीं …कुछ भी नहीं । ना आम जनता के पास ना प्रशासनिक अधिकारियों के पास । शायद बीएमओ को इन तत्काल प्रभाव वाले आदेश पर दस्तखत करके अच्छा लगा हो कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से सब संभाल लिया ।
जानकारी ये भी प्राप्त हुई कि इस क्षेत्र की मितानीन को भी हटा दिया गया है कारण बताया गया कि उसने घर घर सर्वे कार्य में लापरवाही की । बात ठीक है यदि सहीं समय पर ये जानकारी हो जाती तो शायद आज ये घटना नहीं होती । लेकिन क्या सिर्फ मितानीन दोषी है ? जब मरीज अस्पताल आ गया तब किसकी जिम्मेदारी थी ?
बहरहाल इतने सवाल हमेशा उठते हैं और बिना जवाब के दफन भी हो जाते हैं । अच्छा हो यदि स्वास्थ्य जैसे महकमें के अधिकारी कर्मचारी थोड़े संवेदनशील हों और जो सुविधा है उसे बेहतर ढंग से इस्तेमाल करें ।