खुड़िया वन परिक्षेत्र के विवादित डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे गिरफ्तार ।
दैनिक श्रमिक से गाली गलौज और मारपीट का लगा था आरोप ।
दो दिन पहले ही ग्रामीणों के क्रोध का शिकार हो चुके हैं डिप्टी रेंजर ।
दबंग न्यूज लाईव
12 मई 2024 रविवार ।
मुंगेली /लोरमी – मुंगेली वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खुड़िया रेंज के विवादित डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे को आज पुलिस ने अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही गिरफ्तार कर लिया । डिप्टी रेंजर को कुछ दिन पहले अपने विभाग के दैनिक वेतनभोगी भादुराम के साथ मारपीट और गाली गलौज करने का आरोप लगा था और आदिवासी समाज ने डिप्टी रेंजर पर कार्यवाही की मांग की थी ।
दो दिन पहले ही डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे की आदिवासी युवक की पिटाई से नाराज ग्रामीणों ने पिटाई कर दी थी जिसके बाद वो अस्पताल में अपना ईलाज करवा रहे थे । आज जैसे ही प्रबल दुबे अस्पताल से डिस्चार्ज हुए पुलिस नेे उन्हें भादुराम मामले में गिरफ्तार कर लिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खुड़िया रेंज के डिप्टी रेंजर सात मार्च को दैनिक श्रमिक भादुराम को कारीडोंगरी के शासकीय आवास में बुलाया इस समय विभाग के और भी कर्मचारी यहां मौजूद थे । भादुराम जब शासकीय आवास आया तो गुस्से में डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे ने भादुराम को गाली देते हुए मारपीट की घटना के समय मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह से भादुराम को बचाया ।
इसके बाद आदिवासी समाज ने खुड़िया थाने में इसकी शिकायत की लेकिन जब डिप्टी रेंजर पर कार्यवाही नहीं हुई तो समाज ने लोरमी एसडीएम को डिप्टी रेंजर और खुड़िया थाना प्रभारी के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए लिखित में आवेदन दिया ।
दो दिन पहले हुई घटना ने पुराने मामले की फाईल खोल दी और प्रबल दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । यदि ये कार्यवाही पहले ही हो जाती तो शायद प्रबल दुबे और ग्रामीणों के बीच जो विवाद की स्थिति बनी वो नहीं बनती ।
मुंगेली वन मण्डल के अधिकारियों के सुस्त और त्वरित निर्णय नहीं लेने की वजह से डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे के इतने विवाद सामने आने लगे यदि वन विभाग समय रहते ही भादुराम प्रकरण सरगढ़ी वाले प्रकरण को सुलझा लेती तो शायद ये नौबत नहीं आती । वन विभाग कई बार अपनी हदों से पार जाते हुए निर्दोष ग्रामीणों पर अत्याचार करता है जिसके कारण ये विवाद उसके साथ जुड़ जाते हैं ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दो अप्रेल को कारीडोंगरी में भादुराम के साथ मारपीट करने के आरोप में अजाक थाने में डिप्टी रेंजर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी इस मामले की जांच एसडीओपी कर रहीं थी उन्हेांने 26 अप्रेल को धारा 41 व के तहत नोटिस जारी कर पंद्रह दिनों में जवाब मांगा था लेकिन डिप्टी रेंजर की तरफ से कोई भी जवाब तय सीमा में नहीं दिया गया जिसके बाद उनके खिलाफ धारा 294 ,427 3(1) (घ) के तहत मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार करके न्यायालय में प्रस्तुत किया गया ।