कोरबाकरगी रोडछत्तीसगढ़ राज्यपेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर
Trending

केंदा सोसायटी के संचालक सरपंच ,सचिव और विक्रेता को कारण बताओ नोटिस ।

केंदा में भी तीन सौ क्विंटल से अधिक अनाज में गफलत ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 11.09.2024

करगीरोड कोटा – कोटा विकासखंड के उचित मूल्यों की दुकानों से राशन गबन करने की खबरों को दबंग न्यूज लाईव लगातार उठाते रही है । यदि सभी उचित मूल्यों के दुकानों की जांच हो जाए तो हजारों क्विंटल अनाज के गबन का मामला सामने आ जाएगा ।

कुछ दिन पूर्व ही एसडीएम कोटा ने मिट्ठू नवागांव ,कोंचरा और आमामुड़ा की राशन दुकानों को लगभग आठ सौ क्विंटल अनाज के गबन के आरोप में निलबिंत कर दिया था ।


केंदा की उचित मूल्य की दुकान का संचालन पंचायत के द्वारा किया जा रहा है । जांच में यहां भी 306.81 क्विंटल चांवल ,3.36 क्विंटल शक्कर , 3.71 क्विंटल नमक और 1.22 क्विंटल चना कम पाया गया । जब ये अनाज ना तो हितग्राहियों को मिला और ना ही सोसायटी में है तो फिर गया कहां ? इसका सीधा सा जवाब है कि ये सारा अनाज खुले मार्केट में सोसायटी के कर्ताधर्ता बेच डालते हैं और अपनी जेब भरते हैं ।

ग्राम पंचायत की सरपंच कल्याणी देवी तंवर , सचिव और विक्रेता राहुल प्र्रताप सिंह तंवर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए साफ साफ कहा गया है कि इनके द्वारा हितग्राहियों के फिंगर प्रिंट तो लगवा लिया गया है लेकिन अनाज का वितरण नहीं किया गया है साथ ही 748 हितग्राहियों का केवाईसी नहीं करवाया गया है । पंचायत को 19 सितम्बर तक का समय अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए दिया गया है ।

उचित मूल्यों की दुकानों के जो मामले सामने निकल कर आ रहे है उसमें लगभग सभी सोसायटी वाले एक ही तरह से अनाज की हेराफेरी कर रहे हैं । सोसायटी के द्वारा एक माह के पूरे राशन को गबन कर लिया जाता है और अगले माह के अनाज को उस माह दिया जाता है इसी तरह सारी सोसायटी एक माह पीछे चलती हैं सोसायटी में लगातार अनाज आते रहता है इसलिए मामला तब तक नहीं खुलता जब तक की उसकी जांच और भौतिक सत्यापन ना हों या फिर हितग्राहियों के द्वारा शिकायत ना की जाए ।

दबंग न्यूज लाईव उचित मूल्यों की दुकानो के द्वारा अनाज के गबन की खबरों को लगातार प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है जिसका नतीजा ये है कि प्रशासन ने इसने खिलाफ अब सख्त जांच शुरू कर दिया है । देखना है तय समय सीमा में पंचायत क्या जबाव देता है ।

Related Articles

Back to top button