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आज से खुल गए स्कूलों के पट , बच्चों ने उत्साह के साथ किया स्कूल प्रवेश । नीजि स्कूलों की बल्ले बल्ले तो सरकारी स्कूल गिना रहे समस्या ।

अब जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की कि कैसे बच्चों को संक्रमण से बचाए ।

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 02.08.2021

कोटा -लगभग दो साल बाद आज प्रदेश में स्कूलों के पट खुल ही गए और बच्चे उत्साह के साथ स्कूल पहुंचने लगे । लेकिन अब सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है कि कैसे वो बच्चों को संक्रमण से बचाते हुए स्कूल को सूचारू रूप से चलाते हैं क्योंकि यदि स्कूल में पांच बच्चे भी संक्रमित हुए तो फिर से स्कूल को आईसोलेट कर दिया जाएगा ।

कोटा कन्या शाला में प्राचार्य आशा दत्ता के नेतृत्व में उत्साह पूर्वक शाला प्रवेश का आयोजन किया गया । बड़ी संख्या में पहुंचे बच्चों का स्वागत करते हुए उन्हें पुस्तक वितरण किया गया । कार्यक्रम में दबंग न्यूज लाईव के स्टेट हेड आनंद अग्रवाल ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें पुस्तक वितरित किया । कार्यक्रम में बच्चों के साथ स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद था ।

स्कूल खुलने से जहां प्रायवेट स्कूल खुशी से फुले नहीं समा रहे हैं वही सरकारी स्कूल कई समस्याएं गिना रहे हैं । और इसके कारण भी है जहां प्रायवेट स्कूल भारी फीस वसुली करेगी वहीं सरकारी स्कूलों को किसी प्रकार का ना फंड मिल रहा है और ना ही मास्क सेनेटाईजर ।

जिले में हुई एक बैठक में अधिकारी महोदय ने सभी स्कूलों से कह दिया कि भाई समुदाय को जोड़ो , उनसे मदद ले लो । नगर के गणमान्य नागरिेकों और जनप्रतिनिधियों को बुलाओ और स्कूल के लिए मदद ले लो । अब सरकारी स्कूल पेशोपेश में कि कैसे ऐसा करें , किसें बुलाए बुला भी लें तो कैसे इस बारे में बोला जाए । फीस ले नहीं सकते ये अलग समस्या  ।

 

ब्हरहाल देखना ये भी होगा कि क्या स्कूल प्रबंधन ने संक्रमण से बचाव के सभी उपाय किए हैं ? क्या वाकई में ईमानदारी और बेहतर ढंग से स्कूल के हर कमरे और फर्नीचर को सेनेटाईज किया गया है ? क्या स्कूल में मास्क और सेनेटाईजर की व्यवस्था है ? या फिर इन आवश्यक चिजों की अनदेखी करके स्कूल खोला जा रहा है। सरकार ने भले ही स्कूल संचालन के लिए गाईड लाईन जारी कर दी हो लेकिन उसका पालन तो स्कूल प्रबंधन को ही करना है ।

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