Uncategorizedकरगी रोडकोरबापेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर

Karnataka to Marwahi- मरवाही से कर्नाटक काम करने गए मजदूर पैदल आए वापस ।

लॉक डाउन के दौर का सबक भी पेट की आग के सामने काम नहीं आया l

 

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 07.11.2021

मरवाही – लॉक डाउन के दौरान सैकड़ों किमी की कष्टप्रद यात्रा करके घर लौटने की सजा लॉक डाउन के बाद प्रदेश के कर्मवीर भूल गए हैं और फिर से दुसरे प्रदेश काम करने चले जा रहे है और फिर से वहीं सब भुगत रहे हैं । और फिर से सैकड़ों किमी की यात्रा पैदल कर अपने घर पहुंच रहे हैं ।


ऐसा ही एक मामला मरवाही क्षेत्र के दमदम से सामने आ रही है यहां के लगभग 13 युवकों को बोर मशीन मे काम दिलाने के लिए एक दलाल ने कर्नाटक भेज दिया । वहां दो महिने काम करने के बाद भी बोर मालिक ने ना तो इनको पैसे दिए और ना ही खाने पीने की व्यवस्था की । जब इन लोगों ने पैसे मांगे तो मारपीट भी किया गया । जैसे तैसे ये लोग कर्नाटक से लिफ्ट और पैदल कल शाम अपने गांव दमदम पहुंचे ।


दबंग न्यूज लाईव के संवाददाता से बात करते हुए इन लोगों ने बताया कि यहीं के दो लोग जैन सिंह कुजुर और धन सलैहा ने गांव से गाड़ी बुक कर इन्हें कर्नाटक भेजा था । जहां ये लोग दो माह तक काम किए । बाद में जब पैसा मांगे तो मालिक ने इन्हें मारपीट कर भगा दिया ।


उन्होंने बताया कि इस बीच वे भुखे प्यासे ही वहां से निकल गए बीच में उनके एक दो साथी की तबीयत खराब हो गई तो वे कर्नाटक के एक गांव होसा दुर्ग पहुंचे जहां के विधायक ने उन्हें सात हजार रूपए की मदद की लेकिन ये पैसे इतने नहीं थे कि 13 लोग वहां से गाड़ी से अपने गांव पहुंच पाते ।

फिर भी इन भूखे प्यासे लोगों ने जैसे तैसे कर के अपने गांव तक का सफर पूरा किया और कल शाम को अपने गांव पहुंचे और लोगों को अपनी आपबीती सुनाई ।

इस पूरे मामले में इतना तो समझ आता है कि पेट की आग और बेरोजगारी लोगों को सारी परेशानी और मुश्किलों को भूला देती है और लोग काम करने दिगर प्रदेश चले जाते हैं । वहां जो ये भोगते हैं उसे सुनकर ही अफसोस होता है कि 21 साल के बाद भी हमारे रहनुमा रोजगार के ऐसे अवसर पैदा नहीं कर पाए जिससे प्रदेश के कर्मवीरों को दुसरे प्रदेश ना जाने पड़े ।

Related Articles

Back to top button