अचानकमार के बाघों को अब मिलेंगे जंगल सफारी के चीतल खाने को ।
अचानकमार में स्पाटेड डियर की संख्या में कमी को देखते हुए जंगल सफारी से लाए जाएंगे चीतल ।
दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 19.06.2024
बिलासपुर – प्रदेश के सबसे बड़े टाईगर रिजर्व अचानकमार टाईगर रिजर्व में यहां के बाघ और लैपर्ड के लिए खाने की कमी से इंकार नहीं किया जा सकता । बाघों के सबसे आसान शिकार चीतल की यहां कमी है अब यहां सफारी के दौरान भी पर्यटकों को कहीं कहीं ही चीतल के झुंड नजर आते है I
एक समय था जब यहां के चीतल अचानकमार के गांव और मेन रोड में दिख जाते थे । अचानकमार में गौर की संख्या है लेकिन हर समय बाघ या तेंदुवे गौर का शिकार नहीं कर पाते ऐेसे में उनके लिए सांभर और चीतल आसान शिकार होते हैं ।
अचानकमार में चीतलों की कमी को देखते हुए और बाघों की संख्या में वृद्धि के लिए प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जंगल सफारी से अचानकमार टाईगर रिजर्व में चीतलों को छोड़ने की योजना के तहत आज ब्यालिस चीतलों के एक वाहन को वन मंत्री केदार कश्यप ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
शासन की योजना यहां लगभग 150 चीतल छोड़ने की योजना है । वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने जंगल सफारी में भ्रमण पश्चात वन विभाग के अधिकारियों के साथ जंगल सफारी की आगामी कार्य योजना के बारे में चर्चा की। उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप जंगल सफारी में नवीन सुविधाओं और विभिन्न गतिविधियों को जोड़ने पर विशेष जोर दिया .
अचानकमार टायगर रिजर्व अपने समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक आवास के लिए जाना जाता है टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या में वृद्धि के लिए प्रे बेस बढ़ाने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण पहल की जा रही है I