कोटा में मनाया गया योग दिवस , जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से मचा बवाल ।
भाजपा नेताओं में नाराजगी ,कार्यक्रम में मौजूद जनप्रतिनिधि को भी सम्मान नहीं ।
जनप्रतिनिधि ने कहा अधिकारियों द्वारा अपमान एवं अनदेखी की यह नई घटना नहीं
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 21.06.2024
संदीप मिश्रा
करगीरोड कोटा – 21 जून को मनाए जाने वाले विश्व योग दिवस के दिन कोटा के डी के पी स्कूल में भी योग का वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया लेकिन कार्यक्रम में सिर्फ सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ही मौजूद रहे ना जनप्रतिनिधियों को इसमें बुलाया गया और ना ही आम जनता को ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा के डीकेपी स्कूल में मनाया गया योग दिवस पूर्णतः सरकारी कर्मचारियों के द्वारा कर्मचारियों के लिए आयोजित योग दिवस साबित हुआ । कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से कोटा के भाजपा नेता काफी नाराज दिखे हद तो तब हो गई जब कार्यक्रम में मौजूद वार्ड क्रमांक 09 के पार्षद लखन साहू को भी सम्मान नहीं मिला ।
21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कोटा विकासखंड स्तर पर शासकीय डीकेपी उच्चतर माध्यमिक शाला में सामूहिक योग का आयोजन किया गया. जिसमें योग साधकों द्वारा विभिन्न योग शैलियों का अभ्यास कराया गया साथ ही साथ योग साधकों द्वारा विभिन्न प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का योग से उपचार भी बताया गया. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम कोटा डीकेपी स्कूल में बड़े पैमाने पर आयोजन किया गया था.
आयोजन में मुख्य रूप से अनुभागीय अधिकारी एसडीएम , तहसीलदार, जनपद सीईओ, मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं तमाम कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. लेकिन अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति के बीच जनप्रतिनिधि का कोई स्थान नहीं था. कार्यक्रम को देखकर लग रहा था कि यह योग कार्यक्रम प्रशासन को स्वस्थ रखने के लिए आयोजन किया जा रहा है कार्यक्रम की शुरुआत से ही एकमात्र जनप्रतिनिधि के रूप में नगर पंचायत कोटा के वार्ड नंबर 9 के पार्षद श्री लखनलाल साहू उपस्थित थे जिन्हें उचित सह सम्मान जनप्रतिनिधि के रूप में स्थान मिलना चाहिए था लेकिन कार्यक्रम की शुरुआत से लेकर कार्यक्रम समाप्ति के घोषणा तक कहीं भी अधिकारियों ने जनप्रतिनिधि को मंच पर बुलाना उचित नहीं समझा. ना ही जनप्रतिनिधि को प्रथम पंक्ति में योग करने हेतु आमंत्रित किया गया. जिस कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री जैसे जनप्रतिनिधियों का पोस्टर लगाकर किया जा रहा हो वहां नगर के जनप्रतिनिधियों का ना होना या उन्हें सा सम्मान आमंत्रित ना करना कार्यक्रम में उपस्थित के बाद भी यह बात समझ के बाहर है.
पार्षद लखन साहू का इस बारे में कहना था – ये नई बात नहीं हैं अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जनप्रतिनिधि की अनदेखी व अपमान करना कोई नई बात नहीं है आज के कार्यक्रम में किसी भी जनप्रतिनिधी को नहीं बुलाया गया लगा जैसे ये कार्यक्रम सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए आयोजित किया गया हो ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकट अग्रवाल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि नगर के किसी भी जनप्रतिनिधि और भाजपा के कार्यकर्ताओं को इसमें नहीं बुलाया गया जो कि उचित नहीं है ।
कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा का इस पूरे मामले में कहना था – कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को सूचित करने के लिए सीएमओ और सीईओ को निर्देशित किया गया था इनके द्वारा सूचित भी किया गया है ।