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दो दिन पूर्व के मामले में वन्यजीव तस्करी के चार और आरोपी रिमांड पर ।

वन विभाग की बड़ी कार्यवाही , वन्यजीव अवशेष के साथ दबोचे गए आरोपी ।

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 22.04.2024

Sanjeev Shukla

बिलासपुर – वन विभाग की टीम ने वन्य जीव तस्करी से जुड़े मामले में चार अन्य लोगों को गिरफतार करके न्यायालय में पेश किया हैं जहां से उन्हें चार मई तक न्यायायिक रिमांड पर भेज दिया गया है ।

दो दिन पूर्व ही वन विभाग और एटीआर की टीम ने कोटा में पेंगोलिन और तेंदुए के दांत नाखून और हड्डीयों के तस्करों को जाल बिछा कर चार आरोपियों को पकड़ा था । वन विभाग और एटीआर की संयुक्त टीम ने वन्य जीव के तस्करों से ग्राहक बनकर संपर्क साधा था तथा उन्हें माल के साथ कोटा बुलाने के बाद उन्हें धर दबोचा था । इस कार्यवाही के बाद वन्य जीव तस्करों का एक बड़ा गैंग पकड़ में आया था ।


इस संवेदनशील मामले में कोटा एसडीओ निश्चल शुक्ला ने खुड़िया रेंज के आलमखार के जंगल में एक तस्कर को ले जाकर उसकी निशानदेही पर पेंगोलिन और तेंदुए के अवशेष जप्त किया था साथ ही उनसे कुछ और लोगों के नाम भी पता किए थे ।

इसी कड़ी में आज वन विभाग के सीसीएफ प्रभात मिश्रा और मुंगेली डीएफओ संजय यादव के मार्गदर्शन में लोरमी एसडीओ दशांत सूर्यवंशी और खुड़िया रेंज के रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर की टीम ने खुड़िया क्षेत्र के रहने वाले प्यारेलाल पिता सुखराम और रामखिलावन नेताम के साथ ही दो और आरोपियों को वन्य जीव के अवशेष के साथ गिरफ्तार किया है ।


वन विभाग की टीम ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद सभी आवश्यक कागजी कार्यवाही करते हुए आरोपियों की सीजीएम कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें चार मई तक न्यायायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है ।
बिलासपुर और मुंगेली जिले के कोटा और लोरमी विकासखंड अपने जंगल और यहां के वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध हैं ।

यहां स्थित अचानकमार टाइगर रिजर्व से लगे बफर जोन में शिकारी सक्रिय रहते हैं तथा करंट और अन्य तरीकों से वन्य जीवों का शिकार करते हैं । बफर जोन के कई क्षेत्र में बिजली के खंबे हैं जिसका उपयोग शिकारी वन्य जीव के शिकार के लिए करते हैं ।


शेर ,तेंदुए ,भालू तथा पेंगोलिन के दांत ,नाखून , हड्डी और खाल से इंसानों का भविष्य सुधरता है और उनके बुरे दिन ठीक होते हैं के वहम और अंधविश्वास ने वन्य जीवों की जिंदगी पर भारी खतरा उत्पन्न कर दिया है । इंसानों को समझना चाहिए कि उनकी स्थिति उनकी मेहनत से सुधरेगी वन्य जीव के अंगों से नहीं ।


वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारीयों की मेहनत और जोखिम उठाने के जज्बे ने क्षेत्र में एक बड़े वन्य जीव तस्करों के रेकेट का पर्दाफाश किया है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं । यदि वन्य जीव के शिकारी और तस्करों पर इसी तरह से कार्यवाही होते रही तो निश्चित ही ऐसे लोगों के हौसले पस्त होंगे और वन्य जीव का भविष्य सुरक्षित होगा ।

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