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कोरोना से मिलकर लड़ना है इसलिए मनेन्द्रगढ विधायक सबको मिला रहे हैं ।

कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर से ही कोरोना पर विधायक विनय जायसवाल की लापरवाही रही सुर्खियों पर ।

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 13.06.2020

कोरिया – प्रदेश के मुखिया लाख प्रदेश को कोरोना संक्रमण बचाने के लिए उपदेश दें । कल ही केबिनेट की बैठक में यह प्रस्ताव पारित हुआ कि बिना मास्क पाए जाने पर 100 रू का जुर्माना लगेगा । प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने कोरोना को लेकर देश सहित प्रदेश की वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की जनता से बेहद मार्मिक अपील की है। उन्होंने कहा है कि घर से निकलने से लेकर घर पहुंचने के दौरान हर हाल में मॉस्क का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि कुछ बातें महज बातें ही नहीं होती, लेकिन इस वैश्विक महामारी कोविड19 के हालात को देखते हुए आदत में शामिल करना बेहद आवश्यक हो गया है।


लेकिन ये बातें शायद मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने सुनी ना हो या उन तक केबिनेट के फैसलों की बात पहुंची ना हो । मनेन्द्रगढ़ विधायक का नियमों की धज्जियों को उड़ाना लगता है शगल बन गया है । कुछ दिन पहले भी इनके द्वारा सब्जी बाजार में ऐसी ही भीड़ जुटा ली गई थी जहां पुरे नियम कायदों की धज्जियां उडती रही ।

आज कोल श्रमिकों की बहाली की मांग को लेकर विधायक विनय जायसवाल एसईसीएल चिरमिरी कार्यालय में तालाबंदी करने पहुंचे। जाहिर सी बात है वो अकेले नहीं पहुंचे उनके साथ सैकड़ो लोग पहुंचे। इस दौरान विधायक समर्थक और पुलिसकर्मियों के बीच घेराव को लेकर जमकर झूमाझटकी हुई। मुख्यालय के गेट पर तालाबंदी को लेकर भारी हंगामा भी हुआ। मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के विधायक विनय जायसवाल कोल श्रमिकों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान विधायक ने जमीन पर धरना दिया और कार्यकर्ताओं के साथ जमकर नारेबाजी भी की।

कोरोना काल के शुरुआती दौर में उक्त विधायक द्वारा यू पी के फतेहपुर से लौटे पॉजिटिव युवक से साथ मिलते जुलते रहने की बात चर्चा में रही,उसके बाद उन्होंने खुद को होम क्वारेंटाईन करने की बात कहकर राजधानी भ्रमण करते देखें गए,आपको बता दें कि हाल ही में मनेंद्रगढ़ के सब्जी व्यापारियों और नेता सहित आम जनों के बीच भी एक बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए थे,,आपको बता दें कि जहां जिले के अन्य सभी नेता जनप्रतिनिधियों सहित आम जन द्वारा कोविड 19 पर सुरक्षा और बचाव पर पुरजोर कोशिश जारी है,, वहीं विधायक जी बीते लापरवाहियों की पुनरावृत्ति करने की हद तक को लांघ दिया कोल श्रमिकों के बहाली पर धरना के नाम सामाजिक दूरी जैसे एहतियात को नजर अंदाज करते रहे ।


यदि यही सब करना है तो क्यों सरकार बेकार में लाॅक डाउन के लिए नियम कायदे बना रही क्वारंटाईन सेंटर बना कर पैसे खर्च कर रही । सबको छोड़ दे उनके हाल पे । नेताओं को कहे कि दौरा करें मजमा लगाए लोगों को बताए कि कोरोना से डरना नहीं लड़ना है और लड़ाई अकेले थोड़ी होगी सबको मिलकर लड़ना है फिर भीड़ लगे तो लगने दो , मास्क की क्या जरूरत मास्क लगा लोगे तो फोटो कैसे अच्छी आएगी कैसे पता चलेगा कि नेताजी आंदोलन में शामिल होने आए थे । लगता है हम ऐसे ही कोरोना से जंग जितने की तैयारी कर रहे हैं ।

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