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रेलवे ने करगीरोड मे ट्रेन स्टापेज तो नहीं किया लेकिन जनहित में आंदोलनकर्ताओ को थमा दिया कई धाराओं में नोटिस ।

दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 27.01.2022

करगीरोड कोटा -पिछले एक साल से करगीरोड में ट्रेन स्टापेज को लेकर नगर संघर्ष समिति आंदोलनरत है । रेलवे और नगर संघर्ष समिति के बीच कई दौर की बातचित भी इस मसले पर हो चुकी है और रेलवे ने जल्द ही ट्रेनों के स्टापेज करने की बात कही थी लेकिन तारीख पे तारीख वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए रेलवे ने ट्रेनों का स्टापेज तो नहीं किया अलबत्ता ट्रेन स्टापेज की मांग करते हुए जनहित के मुद्दे पर आंदोलन करने वालों के खिलाफ कई धाराओं में सम्मन जारी करते हुए रेलवे थाना उस्लापुर में उपस्थित होने के लिए कहा हैै ।

फाईल फोटो

ज्ञात हो कि करोना काल के बाद से ही रेलवे ने कई स्टेशनों पर ट्रेनों का स्टापेज रोक दिया है और कम दुरी की ट्रेनों को भी स्पेशल और अधिक दुरी की ट्रेन बना कर चला रही है । ट्रेनों के स्टापेज नहीं होने से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।

फाईल फोटो

पिछले दो सालों से ट्रेनों के स्टापेज नहीं होने से लोगों में गुस्सा बढ़ते गया है और जगह जगह रेलवे के खिलाफ धरना और प्रदर्शन करने लगे । करगीरोड भी काफी पुराना स्टेशन है और आस पास के कई गांव और कस्बों के लोगों के लिए ये स्टेशन काफी महत्वपूर्ण है लेकिन रेलवे ने अपने तुगलकी फरमान के चलते यहां के स्टेशन में ट्रेनों का स्टापेज बंद कर दिया जिससे दैनिक यात्रीयों के समक्ष रोजगार का संकट पैदा हो गया है और यहां के बाजार पर भी काफी असर पड़ने लगा है ।


नगर संघर्ष समिति के आंदोलन के बाद रेलवे ने ट्रेनों के स्टापेज के लिए तो सार्थक कदम नही उठाए लेकिन जनहित के मुद्दो पर अपनी मांग को रखने वालों को बेवजह नोटिस थमा कर तंग किया जा रहा है ।
रेलवे ने जनहित पर आंदोलन करने वाले कुलदीप शर्मा ,नंदू खत्री और दुर्गेश कौशिक के साथ और भी लोगों के खिलाफ अपराध क्रमांक 1490 /2021 धारा 174 , 145 ,146 और 147 अपराध दर्ज करते हुए 25 जनवरी को थाने में उपस्थित होने का सम्मन दिया जा रहा है ।

रेलवे द्वारा दिए गए सम्मन के खिलाफ नगर संघर्ष समिति में और भी आक्रोश व्यापत हो रहा है । लोगों का कहना है कि जब रेलवे यहां ट्रेन का स्टापेज ही नहीं कर सकती तो फिर ऐसे नोटिस देकर क्यों लोगों को परेशान कर रही है ।

नगर संघर्ष समिति के ऋषि सिंह ठाकुर का कहना था – ये दुर्भाय पूर्ण है जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाना हमारा अधिकार है । रेलवे को इस प्रकार की मंशा से अलग हटकर ट्रेन स्टापेज करते हुए लोगों की समस्या दूर करनी चाहिए ।

सम्मन पाए कुलदीप शर्मा का कहना था – रेलवे इस प्रकार के सम्मन देकर डराने की कोशिश ना करें । अपने हक के लिए आंदोलन करना और अपनी बात रखना हमारा अधिकार है । आंदोलन के समय किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ या ट्रेन नही रोकी गई है ।

 

विधायक -सांसद की भी नहीं चली – कोटा नगर संघर्ष समिति के जायज मांगों को लेकर क्षेत्र की विधायक डा रेण जोगी और सांसद अरूण साव ने भी कई बार रेलवे के अधिकारियों से पत्र व्यवहार करते हुए मुलाकात भी की लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों की बात भी नहीं मानी और इस जनहित के मुद्दे पर अभी भी कुंभकरणी निंद में है ।

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