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अचानकमार टाइगर रिजर्व में दहाड़ेगें दस बाघ ,बाघों का बढ़ा कुनबा ।

एक साथ दिखे दो अदभुत लैपर्ड ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 28.07.2024

बिलासपुर – प्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व अचानकमार टाइगर रिजर्व से विश्व टाइगर दिवस के दिन एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है । जानकारी के मुताबिक 2024 के चौथे चरण के टाइगर सर्वे में अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती का आंकड़ा दस पर पहुंच चुका है । जिसमे 03 मेल और 07 फीमेल टाइगर है।

2022 में एटीआर में टाइगर सेंसस में यहां बाघों की संख्या केवल 05 आंकी गई थी। यही नहीं उक्त ग्रीष्मकालीन सर्वे के दौरान एटीएर में विलुप्त प्रजाति का मेलानिस्टिक लेपर्ड ( ब्लैक पैंथर ) के होने की भी पुष्टि हुई है ।

एटीआर प्रबंधन द्वारा निरंतर बाघों की संख्या वृद्धि की दिशा में किए गए कार्यों और योजनाओं का परिणाम है जिसके कारण आज बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसी दिशा में अगर प्रबंधन निरंतर प्रयासरत रहे तो भविष्य में और बेहतर परिणाम आयेंगे। जिससे न केवल जंगल की उत्पादकता बढ़ेगी, साथ ही इकोटूरिसम में वृद्धि होगी और अन्य देशों से आए सैलानियों एवम वन्यजीव प्रेमियो की संख्या बढ़ेगी। इससे जहा स्थानीय जनसमुदाय को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, वही वन्यजीव प्रेमियों, वानिकी के विद्यार्थियों – रिसर्च स्कॉलर्स के लिए एक बेहतर विकल्प राज्य में ही उपलब्ध हो पाएगा।

बाघों की विशेष निगरानी के लिए यहां एक टीम भी गठित है जिनका मुख्य कार्य केवल बाघों की ट्रैकिंग करना है, इनके द्वारा हर विपरीत परिस्थिति और मौसम में भी लगातार गश्त कर बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। इन सभी प्रकार की व्यवस्थाओं टेक्निकल मॉनिटरिंग के लिए कोटा में जीआईएस सेल भी स्थापित है, जहा प्रत्येक सप्ताह और माह में प्राप्त सभी डाटा का एनालिसिस कर रिपोर्ट सीधे डिप्टी डायरेक्टर और फील्ड डायरेक्टर को दी जाती है। चूंकि एटीआर नेटवर्क विहीन क्षेत्र है, इस हेतु यहां वायरलेस तकनीकी की मदद से सभी प्रकार के निर्देशों और सूचनाओं का सुलभ प्रसार सुनिश्चित हो पाता है।

एटीआर के फील्ड डायरेक्टर यू आर गणेशन के अनुसार टाइगर भविष्य में मॉनिटरिंग एवं प्रबंधन का सुधृढ़ीकरण हेतु नया टीसीपी निर्माण, कॉरिडोर प्लान सहित नया कार्य योजना का निर्माण प्रगतिरत हैं । उन्होंने समस्त जन समुदाय को धन्यवाद देते हुए आग्रह किया है कि एटीआर की इस उपलब्धि का संरक्षण और संवर्धन को यथावत रखने में सदा सहभागी रहे और एटीआर को और आगे बढ़ाने हेतु यथासंभव सहयोग प्रदान करते रहे।

एटीआर प्रबंधन को एटीआर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भी कुछ योजनाएं बनानी चाहिए जिससे पर्यटक यहां आएं । सफारी के लिए कुछ नए मार्ग चिन्हित किए जाने चाहिए और सफारी के रेट को कुछ कम करना चाहिए जिससे अधिक से अधिक पर्यटक यहां आएं । एटीआर प्रबंधन को यहां लिए गए लैपर्ड और टाइगर के फोटो विडियो भी वायरल करने चाहिए जिससे पर्यटकों को यहां खिंचा जा सके । बहरहाल एटीआर में टाइगरों की संख्या बढ़ने की खबर उत्साहवर्धक है । सरकार को और एटीआर प्रबंधन को जंगलों को कटने से रोकने और अवैध शिकार के लिए कुछ ठोस कानून बनाने चाहिए ।

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