अचानकमार टाइगर रिजर्व ने दी नेरो को आखरी बिदाई ।
कौन था नेरो जिसने सुलझाए थे कई पेचिदा मामले ।
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 01.09.2024
Sanjeev Shukla
बिलासपुर – वन्य जीवों तथा चोरी तथा हत्या के कई पेचिदा मामलों को सुलझाने वाले नेरो ने आज अचानकमार टाइगर रिजर्व के शिवतराई में अंतिम सांस ली । नेरो को अंतिम बिदाई देने नेरो के हेण्डलर आशिष के साथ ही अचानकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे ।
28 जनवरी 2015 को जन्मे नेरो ने कल 31 अगस्त 2024 को अपने जीवन की अंतिम सांस ली । इसके साथ ही अचानकमार टाइगर रिजर्व के दुसरे बेल्जियम मेलेनाईस डाग भी चीर नीद्रा में सो गया । इसके पहले यहां के एक और बेल्जियम मेलेनाईस डाग सिमबा की मौत 15 जुलाई 2024 को हुई थी ।
नेरो को जन्म के बाद ट्रेफिक इंडिया ने टेकनपुर ग्वालियर के ट्रेनिंग सेन्टर से दस माह का प्रशिक्षण करवाया और 2016 में उसे डॉग हेण्डलर आशीष खरे वनरक्षक को सौंपा जिन्होंने अचानकमार में पदस्थापना ली ।अपने 8 साल के कार्यकाल में नेरो ने 47 प्रकरणों को सुलझाने के साथ ही 132 आरोपियों की भी पहचान की । नेरो ने वन्य प्राणी के अपराधीयों के साथ ही समाज चोरी और हत्या जैसे अपराधों को करने वालों को भी जेल भिजवाने में पुलिस की मदद की ।
नेरो का अंतिम संस्कार शिवतराई केम्पस मेें अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में किया । नेरो को बिदाई देते समय सभी की आंखे नम हो चुकी थी ।