पटैता कांड – कांग्रेस जांच टीम पहुंची ग्राउण्ड जीरो में ।
कोटा बीएमओ लापरवाह और गैरजिम्मेदार , स्वास्थ्य अमला बदलना होगा - अटल श्रीवास्तव ।
मामले के तुल पकड़ने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने बच्चों के पोस्टर्माटम की बात कही लेकिन परिवार ने नकारा ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 02.09.2024
करगीरोड कोटा – पटैता में टीकाकरण के बाद दो शिशुओं की दुखद मौत के बाद आज कांग्रेस की पांच सदस्यी टीम पटैता के कोरीपारा पहुंची । गांव में पीड़ित परिवार से पूरे मामले की जानकारी के बाद कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव , मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया , बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय , जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी कोटा ब्लाक अध्यक्ष आदित्य दीक्षित और बीना मसीह कोटा अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने कोटा बीएमओ के साथ ही पटैता में वैक्सिनेशन करने वाली कार्यकर्ता से भी बात की ।
अस्पताल के नीरिक्षण के बाद कांग्रेस जांच टीम ने रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूरे मामले पर विस्तार से बात की । विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मामला काफी संवेदनशील और गंभीर है । स्वास्थ्य विभाग को जानकारी के बाद भी उन्होंने पूरे मामले में गंभीरता नहीं दिखाई जबकि घटना के बारे में जानकारी होते ही यहां के स्वास्थ्य अमले को सक्रीय हो जाना था ।
विधायक ने कहा कि कोटा विधानसभा में लगातार स्वास्थ्य की काफी समस्याएं सामने आ रही है । टेंगनमाड़ा बेलगहना और अन्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं लचर हो चुकी है । कई बार विधानसभा और जिला स्तर पर बात करने के बाद भी यहां स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है । कोटा बीएमओ काफी लापरवाह नजर आए जिस दिन बच्चे की मौत हुई उसी दिन उसका पोस्टर्माटम होना था लेकिन जब परिवार वाले बच्चे को लेकर आए तो स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें उल्टे पैर वापस कर दिया अब पोस्टमार्टम की बात कह रहे हैं जिसे परिवार वालों ने नकार दिया है ।
कोटा विधायक ने कहा कि इस घटना के बाद हमारी पूरी नजर कोटा के स्वास्थ्य विभाग की मानिटरिंग करने पर होगी और हम समय समय पर इसके सुधार की हर संभव कोशिश करेंगे । कोटा विधायक ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा कि भाजपा सरकार ना तो स्वास्थ्य सेवा ठीक कर पा रही है ना ही शिक्षा के क्षेत्र में इनका काम सिर्फ योजनाओं का नाम बदलने का ही रहा है ।
बहरहाल इस दुखद घटना के बाद इतना तो समझ आ रहा है कि कोटा विकसखंड में स्वास्थ्य सेवाएं सिफर ही हैं । टेंगनमाड़ा में मलेरिया से दो बच्चों की मौत के बाद बेलगहना में एक बच्चे की मौत स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से हो चुकी है और इसके बाद कल दो नवजात शिशुओं की मौत ने एक बहुत बड़ा सवाल पैदा कर दिया है कि क्या कोटा के हिस्से में सिर्फ मौत ही आएगी । कोटा विधायक संजीदा व्यक्ति है और कोटा के स्वास्थ्य विभाग और यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की जिम्मेदारी अब उन्हें उठानी होगी ।