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दबंग न्यूज लाईव की खबर के बाद सामने आने लगे उचित मूल्य की दुकानों मामले ।

तुलुफ के ग्रामीणों ने आज एसडीएम से की राशन ना मिलने की शिकायत ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 28.08.2024

करगीरोड कोटा – सरकार चाहे जितनी भी जोर जोर से ये संदेश लोगों तक पहुंचाए कि वो उन्हें सस्ता चांवल मुहैया करवा रही है और अधिकारी चाहे जितने जन समस्या निवारण शिविर लगाएं इसका तब तक कोई फायदा नहीं होने वाला है जब तक कि दुरस्थ अंचल के ग्रामीणों को उनके हक का अनाज बिना रूकावट के ना मिलने लगे ।

कोटा विकासखंड में उचित मूल्य की राशन दुकानों में हो रहे अनाज की हेराफेरी की खबरों को दबंग न्यूज लाईव ने अपने पिछले अंक में प्रमुखता से उठाया था इसके बाद अब एक एक करके राशन दुकानों की शिकायतें अधिकारियों तक पहुंचने लगी है ।


आज ग्राम पंचायत तुलुफ के कई ग्रामीणों ने कोटा एसडीएम से राशन दुकान से राशन ना मिलने की शिकायत की है । ग्राम पंचायत तुलुफ के महिला तथा पुरूषों ने आज एसडीएम कोटा को एक आवेदन दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि राशन वितरण करने वाला उनके फिंगर प्रिंट तो ले लेता है लेकिन राशन नहीं देता । कई हितग्राहियों को तो दो से तीन माह का चांवल अभी तक नहीं दिया है । गांव वालों का ये भी कहना था कि जब वे राशन की मांग करते हैं तो हितग्राहियों को राशन कम आना बोलके भगा देता है ।


प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत तुलुफ में राशन दुकान का संचालन ग्राम पंचायत के द्वारा ही किया जाता है । आज ग्राम पंचायत के कई पंच और ग्रामीण एसडीएम कार्यालय कोटा आए और राशन ना मिलने की शिकायत की ।

ग्राम पंचायत तुलुफ के उपसरपंच राजकुमार राठौर का कहना था कि – गांव के लोग तीन चार माह से राशन के लिए परेशान है वितरक के द्वारा फिंगर प्रिंट ले लिया जाता है और किसी को राशन नहीं देता । जब उसे राशन के लिए बोलो तो बोलता है जहां शिकायत करनी है कर दो मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता है आज एसडीएम साहब को ज्ञापन दिए हैं ।

ग्रामीणों का कहना था कि हम दुर दुर से नदी नाला पार करके राशन लेने जाते हैं लेकिन राशन नहीं मिल पाता राशन दुकान वाला हमारे फिंगर प्रिंट तो ले लेता है फिर बोलता है कि अनाज कम आया है ।

दबंग न्यूज लाईव ने इसके पहले भी कोंचरा ,सोनपुरी और आमामुड़ा जैसी सोसायटी से लगभग सात सौ क्विंटल अनाज की हेराफेरी की खबर प्रकाशित की थी । इन सोसायटीयों को 22 अगस्त 2024 तक अपना जवाब पेश करने की मोहलत दी गई थी लेकिन अभी तक इनका जवाब आया या नहीं इसकी जानकारी नहीं है । जब तक सोसायटी प्रबंधकों पर कड़ी कार्यवाही नही होगी दुरस्थ अंचल के ग्रामीण अपने राशन के लिए यूं ही भटकते रहेंगे ।

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