
एक तरफ वन विभाग एटीआर और उससे लगे जंगल से विस्थापन की बात कर रहा तो दुसरी तरफ कवर्धा से आए बैगाओं ने वहां अपना गांव बसाने की बात कही I
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 29.08.2021

Bilaspur / Lormi – कल सुबह से ही कवर्धा से लगभग सौ से डेढ़ सौ बैगा का दल लोरमी से लगे वन विभाग के जंगल कक्ष क्रमांक 487 भूतकछार तथा उसके आस पास के जंगल में कब्जा करने लगा । बैगाओं का कहना था कि वो अब यहीं अपना घर बनाएंगे और गांव बसाएंगे । इस बात की जानकारी जब वन विभाग के अधिकारियों को हुई तो उनमे हलचल मच गई । इतनी बड़ी संख्या में कवर्धा जिले से आए आदिवासियों को वहां से हटाना चुनौति से कम नहीं था ।
सैकड़ों की तादात में पहुंचे बैगाओं ने जंगल काटना शुरू कर दिया था । वन विभाग ने ऐसे समय में पुलिस की मदद ली और लगभग डेढ से दो सौ पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम यहां पंहुची । उसके बाद हुआ यहां से बैगाओं को समझाने का प्रयास ।
बैगा लोग यहां से जाने को तैयार नहीं थे और जंगल में ही अपना गांव बसाने के लिए अड़ गए । इतनी बड़ी तादात में हथियारों से लैस बैगाओं के सामने वन विभाग की टीम भी बेबस नजर आ रही थी । धीरे धीरे अंधेरा होने लगा तो मुश्किल और बढ़ने लगी ।
काफी मशक्कत के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ने बैगाओं को कक्ष क्रमांक 487 जो लोरमी डीविजन में आता है वहां से उन्हें चार पांच किमी दूर कवर्धा जिले तक भगाया । लेकिन जाते जाते बैगाओं ने फिर वहां आकर गांव बसाने की धमकी दे डाली ।
एक तरफ सरकार बैगा आदिवासीयों के लिए विकास के नए रास्ते खोजने में लगी है ,और जंगल में बसे गांव को जंगल से विस्थापन कराने की योजना बना रही है वहीं दुसरी तरफ कवर्धा जिले बड़ी संख्या में बैगा आकर लोरमी जिले से लगे जंगल और एटीआर की सीमाओं पर कब्जा कर रहे हैं ।
इस संबंध में लोरमी एसडीओ चुड़ामणी जी से बात करने पर उन्होंने बताया कि – कुुछ लोग हैं जो बैगाओं को भड़का कर कि वन पट्टा मिल जाएगा करके ले आते हैं । कल भी कवर्धा पंडरिया तरफ से बैगाओं का दल आ गया था समझा कर हटाया गया है । कुछ लोगों को चिन्हांकित किया गया है कार्यवाही होगी । लोगों को समझना चाहिए जंगल रहेंगे तभी वातावरण और पानी मिलेगा । यदि जंगल इसी प्रकार काट दि गए तो काफी मुश्किल हो जाएगी ।