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कोरिया से पलामू गए तीन और मजदूर निकले कोरोना पाजेटिव्ह संख्या हुई 10

पाजिटिव्ह आए लोगों से सम्पर्क में आए लोगों की अभी तक पहचान नहीं ।

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 15.05.2020

 

बैकुण्ठपुर -कोरिया जिले के देवानीबांध क्वारन्टीन सेंटर में ठहराए गये मजदूरों के झारखंड पलामू में कोरोना पाजेटिव्ह मिलने का सिलसिला अभी भी लगातार जारी है। मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के पलामू में एक बार फिर से 3 मजदूर पाजेटिव्ह पाये गये हैं। अभी तक क्रमशः 2, 5 व 3 कुल मिला कर 10 मजदूर पाजेटिव्ह निकले हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का संबंध कोरिया जिले से हैं। सभी मनसुख देवानीबांध से पलामू पंहुचे थे। विदित हो कि कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर से 10 किमी दूर मनसुख पंचायत के मुख्य मार्ग पर संचालित देवानीबांध बालक आश्रम में 18 अप्रैल को राजनांदगांव से पलामू झारखंड जा रहे 46 मजदूरों को रोका गया था।

इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने 2 बीमार मजदूर के सैंपल जांच के लिए रायपुर लैब भिजवाया था, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले प्रशासन ने यहां रोके गए मजदूरों को पलामू के लिए रवाना कर दिया था। इधर 29 अप्रैल को रायपुर से आई रिपोर्ट में शुरुआत में दोनों मजदूर के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिली थी।

दो मजदूरों के बाद गत गुरुवार को कोरिया से लौटे 5 मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव होने पर पलामू जिला प्रशासन सतर्क हो गया था। कोरिया से 22 मजदूरों को 30 अप्रेल की मध्यरात्रि बस से रामानुजगंज बार्डर पर छोड़ा गया था। ये सभी 1 मई को झारखंड पलामू में दाखिल हुए थे। जिनमें से 17 मजदूर एक ऑटो से अपने घर की ओर रवाना हुए थे। अन्य 5 अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। पलामू पंहुचने के साथ ही सभी 17 मजदूरों का सैंपल जांच के लिए भिजवाया था। 7 मई को रांची लैब से आई रिपोर्ट में मालूम चला कि इसमें 5 कोरोना पॉजिटिव हैं। शेष 12 के सैम्पल दुबारा जांच के लिये भेजे गए जिनमें से 4 की रिपोर्ट पाजेटिव्ह आई है। इसमें से 3 मजदूर कोरिया से आये थे।


उल्लेखनीय है कि यह मामला सामने आने के बाद भी कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इन बीमार मजदूरों की चेन के संपर्क में आएं लोगों की जानकारी इकट्‌ठा नहीं की है, इससे कहीं न कहीं कोरिया में भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है। मजदूरों के जाने के बाद कुछ लोगों को मनेन्द्रगढ़ के लालपुर में जरूर क्वारन्टीन किया गया था। साथ ही देवानीबांध आश्रम को सैनिटाइज किया गया है। लेकिन देवानीबान्ध क्वारन्टीन सेंटर के नोडल अधिकारी व अन्य राजस्व अमला अभी जांच के दायरे से बाहर है।

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