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हम किसी से कम नहीं । समाज ने भी माना मिलना चाहिए समानता का अधिकार ।

संभाग स्तरीय थर्ड जेंडर संगोष्ठी में कई विचारकों ने रखे अपने विचार ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 08.02.2023

बिलासपुर – थोड़ी सी अलग हूं मैं , थोड़ी नादान हूं । जिस्म से सुंदर नहीं , पर रूह से इंसान हूं । ये लाईन शबरी महाविद्यालय बिलासपुर में आयोजित थर्ड जेंडर संगोष्ठी पर सटीक बैठती है । संभाग में ये पहला अवसर था जब इस समाज के लिए किसी बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

समाज में थर्ड जेंडर के मानवाधिकारों के संदर्भ में बिलासपुर में कल माता शबरी महाविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न अवधेष सिंह विश्वविद्यालय रीवा, मैद्स विष्वविद्यालय रायपुर, महाविद्यालयों, एवं प्रयाग पुष्पराजगढ़, दंतेवाड़ा, दुर्ग से प्रतिष्ठित विचारक, विषय विशेषज्ञों ने तृतीय लिंग के संदर्भ में मानवाधिकार पर विचार व्यक्त किये।

महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. के. वर्मा ने उद्बोधन में तृतीय लिंग के संदर्भ में मानवाधिकार जैसे संवेदनशील मूद्दे पर विचार विमर्ष को आवश्यक बताया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती संध्या तिवारी ने कहा कि किन्नर समाज में सम्मानजनक जीवनयापन के लिए अपनी प्रतिभा एवं अस्मिता के दिग्दर्शन हेतु अग्रसर है, जरूरत है हमें हमारी मानसिक बदलाव की।

डाॅ ज्योति रानी सिंह अपर संचालक, उच्च शिक्षा बिलासपुर संभाग ने कहा कि तृतीय लिंग श्रम और प्रतिभा के प्रश्रय से समाज को समुन्नत बनाने हेतु सामाजिक अभिस्वीकृति की आकांक्षा रखता है।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के माननीय कुलपति आचार्य ए. डी. एन. बाजपेयी ने किन्नरों के प्रति भावनात्मक दृष्टि, समता एवं ममता के भाव को विकसित करने के लिए प्रेरित किया एवं श्रेष्ठ, समरस, शाश्वत, समाज की रचना में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने हेतु आव्हान किया ।

संगोष्ठी की संयोजक डाॅ. नाज बेंजामिन ने संगोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यवहारिक रूप से हमें इन्हें अपनाने की आवश्यकता है।

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