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बहुत कठिन है डगर पन्घट की – विधानसभा चुनाव कवर्धा/ पंडरिया

कवर्धा भाजपा से विजय शर्मा मैदान में तो पंडरिया में सस्पेंस…

वर्तमान विधायक की दावेदारी पर लटकी तलवार i

राजेश श्रीवास्तव/लोकेश ठाकुर

दबंग न्यूज लाईव
07 अक्टूबर 2023

आसन विधानसभा चुनाव के पहले सभी राजनैतिक दलों मे सरगर्मी तेज हो गई है। इस बार के विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनैतिक दल फुंक फुंक कर कदम रखना चाहते हैं। भाजपा ने चुनाव से लगभग तीन महीने पहले से अपने 21 प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं वहीं कांग्रेस ने आचार संहिता लगने के बाद प्रत्याशियों के नाम ऐलान करने की घोषणा की है..! प्रथम सूची के अलावा भाजपा ने अपने तीन और अन्य प्रत्याशी घोषित किये हैं जिसमे कवर्धा विधानसभा से विजय शर्मा का नाम घोषित किया है । विजय शर्मा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री हैं इनकी छवि युवाओं मे काफी लोकप्रिय है तथा विकास और हिंदुत्व के मुद्दे को प्रखरता से उठाने वाले एक ऊर्जावान चेहरे के रूप मे जाने जाते हैं..!


हालांकि कांग्रेस ने इस विधानसभा से प्रत्याशी घोषित नही किया है परंतु यहाँ के विधायक और छत्तीसगढ़ शासन के वन, पर्यावरण, और आवास मंत्री मोहम्मद अकबर के ही प्रत्याशी होने के कयास लगाए जा रहे हैं..! मोहम्मद अकबर ने अपने कार्यकाल मे कवर्धा और क्षेत्र के विकास हेतु बहुत अच्छा कार्य किया है , मृदुल व्यवहार और स्वच्छ छवि होने के कारण क्षेत्र की जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं..! यहां पर विधानसभा चुनाव बहुत रोचक होगा..!


घमासान होगा पंडरिया का रण… पंडरिया विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 71 का मुकाबला वैसे तो हमेशा से रोचक होता आया है, यहाँ हर बार अलग अलग पार्टी के प्रत्याशी को जनता चुनती रही है तथा कोई भी प्रत्याशी कभी रिपीट नही हुआ है। पिछले चुनाव मे कांग्रेस पार्टी की ममता चंद्राकर ने पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी को लगभग 35 हजार वोटों से शिकस्त दी थी, वर्तमान मे कांग्रेस और भाजपा की तरफ से अनेक दिग्गज ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। वर्तमान विधायक ममता चंद्राकर ने क्षेत्र मे ऐसा कुछ उल्लेखनीय कार्य नही किया है जिससे उनकी छवि क्षेत्र मे एक निष्क्रिय विधायक के रूप मे सामने आई है..! कांग्रेस ने लगभग 20 वर्तमान विधायकों के टिकट बदले जाने के संकेत दिये हैं जिसमे पंडरिया सीट के भी प्रत्याशी बदले जाने का अनुमान है..! भले ही कांग्रेस की चली लहर में ममता चंद्राकर विजयी रही हैं, लेकिन उनकी निष्क्रियता और पारीवारिक दखल के कारण क्षेत्र की जनता और कांग्रेस संगठन उनसे नाराज हैं, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ जन भी उनकी कार्य प्रणाली से नाखुश हैं..!


नये चेहरे हो सकते हैं विकल्प… अगर कांग्रेस पार्टी पंडरिया मे नये प्रत्याशी की घोषणा करती है तो उसमे पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेश चंद्रवंशी या नीलकंठ चन्द्रवंशी प्रमुख चेहरा हो सकते हैं.! यह दोनों प्रत्याशी केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के ” खास” हैं । महेश चन्द्रवंशी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैंं वहीं नीलकंठ चन्द्रवंशी को प्रत्याशी बनाये जाने पर कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।


कवर्धा के राजा योगेश्वर राज सिंह और कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अर्जुन तिवारी तथा पंडरिया साहू समाज से घनश्याम साहू ने भी विधायक पद की दावेदारी की है..! अब देखना यह है कि कांग्रेस पार्टी किस पर दांव खेलती है..!


भाजपा के लिए आसान नही है यह सीट… वैसे तो पंडरिया विधानसभा मे बारी बारी से दोनों पार्टी के विधायक बनते आये हैं लेकिन इस बार भाजपा के पास ऐसा कोई करिश्माई नेतृत्व नजर नही आता जो यह सीट फतह कर सके । वैसे तो अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नही हुई है लेकिन अंदरखाने मे संघ की पृष्ठभूमि वाले गौसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष ” बिशेषर पटेल ” का नाम लगभग तय माना जा रहा है। बिशेषर पटेल सीधे मोहन भागवत से जुड़े हैं, यद्यपि उन्हे राजनीति का कोई अनुभव नही है तथा पूर्व मे उन्होंने भाजपा के किसी कार्यक्रम मे शिरकत नही किया है , सिर्फ संघ की पृष्ठभूमि के कारण अगर उनको टिकट दिया जाता है तो पार्टी शायद एक बडा रिस्क लेगी..! आमजन और स्थानीय नेताओं से उन्हे सम्भवतः अपेक्षित सहयोग नही मिल पायेगा । दूसरी ओर वर्षों से पूरी ईमानदारी और कर्मठता से भाजपा संगठन के लिए कार्य कर रहे गोपाल साहू को उम्मीदवार बनाये जाने से इस विधानसभा मे कांटे की टक्कर होने की सम्भावना है । गोपाल साहू राजनीति मे वर्षों से सक्रिय हैं तथा साहू समाज मे उनकी गहरी पैठ है । उन्हे प्रत्याशी बनाये जाने पर सामाजिक वोटों का ध्रुवीकरण निश्चित होगा ।


भाजपा से ही जिला पंचायत सदस्य और भावना समाजसेवी संस्थान की प्रमुख श्रीमति भावना बोहरा का भी नाम प्रमुखता से प्रत्याशी के रूप मे लिया जा रहा है । महिलाओं और युवतियों मे खासी लोकप्रिय भावना बोहरा एक कुशल राजनैतिक नेत्री हैं, उनके द्वारा कालेज की निर्धन छात्राओं के मुफ्त आने जाने हेतु बसों का संचालन किया जा रहा है तथा वनांचल के क्षेत्र में स्वास्थ सुविधा के लिए चिकित्सा वाहन भी चलाया जा रहा है । भावना बोहरा क्षेत्र मे काफी सक्रिय हैं तथा क्षेत्र की जनता उन्हे पसन्द भी कर रही है । पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, जिला महामन्त्री क्रांति गुप्ता आदि सहित अनेक दावेदार भी अभी मैदान मे हैं..!

वहीं इन सारे कयासों पर विराम लगाते हुए पूर्व मुख्यमन्त्री श्री रमन सिंह ने कहा है कि भाजपा के लीक हुए सम्भावित प्रत्याशियों के नाम बदले जायेंगे..!
परिणाम चाहे जो भी हो इस बार दोनों विधानसभा में प्रत्याशियों के लिए यह गीत सटीक बैठता है…. ” बहुत कठिन है डगर पनघट की” ….!!

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