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नहीं होगा जीडीसी चार दिनों के लिए बंद , कालेज बंद होने का नहीं निकला है आदेश – प्रभारी प्राचार्य ने दबंग न्यूज लाईव से कहा ।

जीडीसी कालेज में कोरोना केस आने के बाद कुछ अखबारों में छपा था कि चार दिन के लिए बंद होगा कालेज ।

प्रभारी प्राचार्य ने कहा कालेज बंद करने को कोई आदेश नहीं है कालेज को सेनेटाईज करवा दिया गया है और कालेज खुलेंगे ।

 

दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 11.03.2021

 

बिलासपुर दो दिन पहले बिलासपुर के जीडीसी कालेज में हुए कोरोना टेस्ट के बाद जब कालेज के पांच स्टाॅफ को कोरोना पाजिटिव केस निकला तो दहशत में आए कालेज प्रशासन कोे चार दिन के लिए कालेज को बंद करने का आदेश देना पड़ गया । कोरोना जांच में यहां के एक लैब असिस्टेंट के साथ ही अन्य स्टाफ को कोरोना पाया गया था जिसके बाद यहां से सत्तर लोगों की रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई है ।


और आने वाले चार दिन के लिए कालेज को पूर्णतः बंद कर दिया है । ऐसी कई खबर कुछ अखबारों में प्रकाशित हुई थी ।
लेकिन इस बीच यहां बारह तारीख को एक बैठक का आदेश प्रभारी प्राचार्य किरण बाजपेयी ने निकालते हुए सभी कर्मचारियों ओैर अधिकारियों को बैठक में उपस्थित होने को कहा था जिसके बाद कालेज बंद होने की दशा में बैठक आयोजित करने को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी ।


अखबारों में यहां के प्राचार्य एस एल निराला का स्टेटमेंट भी छपा था जिसमें उनके हवाले से कहा गया कि कालेज को चार दिन के लिए बद किया गया है और इस बीच पूरे कालेज को सेनेटाईज करवाया जाएगा ।

दबंग न्यूज लाईव ने इस असमंजस की स्थिति को देखते हुए प्रभारी प्राचार्य किरण बाजपेयी से बात की तो उनका कहना था – कालेज के चार दिन बंद होने की बात पूरी तरह से गलत है । कैसे किसी अखबार ने इस प्रकार से खबर छाप दी । कालेज चार दिन के लिए बिल्कूल भी बंद नहीं हैं हमने कालेज को सेनेटाईज करवा दिया है । आने वाले दिनों में नैक से संबंधित बैठक होनी है साथ ही पीएससी परीक्षा भी होनी है ऐसे में कैसे कालेज बंद हो सकता है । ये दुखद है कि हमारे स्टाफ में पांच लोगों को कोरोना पाजिटिव पाया गया है । वे जल्द ही स्वस्थ हों ऐसी हम दुआ कर रहे हैं । बाकी के सैंपल भी निगेटिव आ रहे हैं ।


बहरहाल सवाल ये उठता है क्या स्टाॅफ की सुरक्षा को देखते हुए कालेज को कुछ दिन के लिए बंद नहीं किया जा सकता ? ताकि इस बीच कोरोना से बचाव के सारे प्रबंध कालेज प्रशासन कर ले । फिर जब देश में सारी चिजे आनलाईन चल रही है तो फिर बारह तारीख की बैठक भी आॅन लाईन आयोजित की जा सकती है । और यदि आन लाईन में घंटे दो घंटे की मिटिंग नहीं हो सकती तो फिर साल भर से बच्चों की आन लाईन पढ़ाई और परीक्षा का नाटक क्यों किया जा रहा है ? क्या नैक की टीम या उसका दौरा कोरोना संक्रमण काल में भी अति आवश्यक है कि जब कालेज के चार स्टाॅफ कोरोना पाजिटिव हो चुके हैं उसके बाद भी खतरे को नजर अंदाज करते हुए बैठक आयोजित की जाए ?

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